Banda: एसडीएम ने की ओवरलोड ट्रक पर कार्रवाई; भाजपा नेता ने जताया विरोध, बोले- इंट्री फीस के नाम पर होती है अवैध वसूली
अवैध खनन पर अफसर व सत्ताधारियों के बीच छिड़ी रार
बांदा, अमृत विचार। अवैध खनन और ओवरलोडिंग का खेल अब अफसरों और सत्ताधारियों के बीच आपसी टकराहट का कारण बनता जा रहा है। सत्ताधारी दल के एक नेता ने एसडीएम सदर, खनिज अधिकारी समेत अफसरों पर ट्रक चालकों से मारपीट और अवैध वसूली करने के साथ ट्रांसपोर्टर्स का उत्पीड़न करने का गंभीर आरोप लगाया है।
भाजपा नेता की अगुवाई में जहां ट्रक एसोसिएशन ने तिंदवारी थाने का घेराव कर दोषी अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग बुलंद की, वहीं कलेक्ट्रेट परिसर में जिला प्रशासन के विरोध में नारेबाजी करते हुए अपर जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा।
जहां एक ओर सीमावर्ती मध्यप्रदेश समेत समूचे जिले में खुलेआम चल रहे अवैध खनन से बालू माफिया और अफसरशाही मोटी रकम कमा कर अपनी जेबें भर रहे हैं। वहीं जिले के ट्रांसपोर्टर्स खुद को उत्पीड़न का शिकार बता रहे हैं। ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि अधिकारी जहां रास्ते में रोक कर ट्रक चालक और मालिक से अवैध वसूली की बात करते हैं, वहीं अवैध वसूली की डील न होने पर अवैध खनन व ओवरलोडिंग का आरोप लगाकर कार्रवाई कर देते हैं। ऐसे में ट्रक मालिक बर्बादी की कगार पर पहुंच रहे हैं।
शुक्रवार को ऐसा ही एक मामला तिंदवारी थाने के कुरसेजा चौकी के पास सामने आया। जिसमें एसडीएम सदर और खनिज अधिकारी पर ओवरलोड ट्रक के चालक के साथ मारपीट व गाली गलौज करने का आरोप लगाया गया है। घटना से आक्रोशित होकर जहां भाजपा नेता ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि अजय प्रताप सिंह की अगुवाई में बुंदेलखंड ट्रक एसोसिएशन ने एसडीएम व खनिज अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। भाजपा नेता की अगुवाई में करीब एक सैकड़ा लोग तिंदवारी थाने पहुंच गए और संबंधित अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने का दबाव बनाया।
थाना प्रभारी ने मामले की जांच की बात करके उन्हें टरका दिया तो बुंदेलखंड ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष जयराम सिंह की अगुवाई में भाजपाइयों व ट्रक मालिकों ने कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन कर अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सौंपा और संबंधित अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष आलोक मिश्रा, शिवशरण सिंह पप्पू, समेत भाजपा के कई नेता और आधा सैकड़ा ट्रक मालिक मौजूद रहे।
इंट्री फीस के नाम पर होती अवैध वसूली : जयराम
बुंदेलखंड ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष जयराम सिंह ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जिले की सभी बालू खदानों से ओवरलोड ट्रक निकलते हैं और इसके एवज में संबंधित अफसरों की मोटी कमाई भी होती है। बताया कि इंट्री फीस के नाम पर प्रति ट्रक 50 हजार रुपए तक की धनराशि जमा कराई जाती है। इंट्री न देने वाले ट्रकों को सीज कर दिया जाता है।
बताया कि प्रतिदिन गुजरने वाले करीब एक हजार बालू भरे ओवरलोड ट्रकों की इंट्री के नाम करीब लाखों रुपए का बंदरबांट अधिकारी आपस में करते हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। उधर ट्रकों से हो रही अवैध वसूली के चलते ट्रक मालिक बर्बादी की कगार पर पहुंचते जा रहे हैं।
कहना है कि बालू खदानों से ही ओवरलोडिंग का खेल शुरू होता है, लेकिन अधिकारी केवल ट्रकों पर कार्रवाई करके कर्तव्यों की इतिश्री कर लेते हैं। जबकि हकीकत यह है कि कोई भी ट्रक मालिक बिना ओवरलोडिंग के अपना खर्चा भी नहीं निकाल सकता है।
एसआई समेत तीन पुलिस कर्मियों पर हुई थी कार्रवाई
ऐसा पहली बार नहीं है कि भाजपा नेता के ट्रक रोकने के मामले ने तूल पकड़ा हो, करीब दो माह पहले भी ऐसा ही एक मामला जसपुरा थाना क्षेत्र में सामने आया था। जिसमें भाजपा नेता के ट्रक रोकने को लेकर काफी हो हल्ला मचा था और जसपुरा थाने के एक उप निरीक्षक समेत तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी।
मारपीट या गाली गलौज का आरोप गलत: एसडीएम
एसडीएम सदर रजत वर्मा का कहना है कि भाजपा नेता के ट्रक को रोक कर उन्होंने कानूनी कार्रवाई की है जबकि मारपीट या गाली गलौज के आरोप सरासर गलत हैं। उनका कहना है कि ओवरलोडिंग के खिलाफ कार्रवाई का दौर लगातार जारी है और किसी के दबाव में इसे रोका नहीं जाएगा।
