पीलीभीत: शादी की डेट तक बरामद होगी युवती, एसओजी रवाना...फिर 3 घंटे बाद खुला जाम

Amrit Vichar Network
Published By Vikas Babu
On

पीलीभीत/बरखेड़ा, अमृत विचार: 24 घंटे के भीतर युवती की बरामदगी के आश्वासन पर एक दिन पूर्व शांत हुए एक पक्ष के लोग कोई नतीजा न निकलने पर फिर तल्ख तेवर में आ गए।  शाम करीब सात बजे थाना बरखेड़ा के आगे पीलीभीत-बीसलपुर मार्ग परआर जाम लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। 

बरखेड़ा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए। आरोप लगाया कि पुलिस इंतजार कर रही है कि युवती कोर्ट मैरिज कर आए और फिर मामले को दबा दिया जाए। युवती की बरामदगी होने तक धरना प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान कर दिया। प्रदर्शन को लेकर मार्ग पर आवागमन बाधित रहा। दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी रही। हालांकि एंबुलेंस और इमरजेंसी कार्य से जा रहे राहगीरों को निकाल दिया गया। तीन घंटे बाद 26 फरवरी से पहले बरामदगी का आश्वाशन देकर एसओजी टीम रवाना की गई और तब जाकर तीन घंटे बाद रात दस बजे जाम खुल सका।

बता दें कि बरखेड़ा क्षेत्र की एक युवती को 19 फरवरी को दूसरे समुदाय का युवक बहला फुसलाकर ले गया था। इसकी परिवार के सदस्यों की ओर से तहरीर तो नहीं दी गई थी, लेकिन दो समुदायों से जुड़ा मामला होने पर मौखिक शिकायत पुलिस तक पहुंची थी। युवती की 26 फरवरी को शादी भी होनी है। 

शुक्रवार रात को युवती की बरामदगी की मांग को लेकर एक पक्ष के लोगों ने धरना प्रदर्शन किया था। फिर 24 घंटे में युवती की बरामदगी करने का आश्वासन मिलने पर शांत हो गए थे।दूसरे  दिन शनिवार को युवती की बरामदगी की चुनौती पुलिस के सामने बनी रही। शाम तक मामला एक बार फिर तूल पकड़ने के आसार बन गए थे। इसे लेकर शाम को अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया बरखेड़ा थाने पहुंचे और फिर कुछ देर बाद ही वापस हो गए थे। 

इधर, मगर युवती की बरामदगी नहीं हो सकी थी। पुलिस ने युवती की गुमशुदगी दर्ज कर ली थी। शाम करीब सात बजे दोबारा लोग जमा हुए और युवती की बरामदगी न होने पर पुलिस पर साठगांठ का आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। उनका कहना था कि पुलिस ने अभी तक न तो युवती बरामद की है, न ही पांच दिन में युवती को ले जाने और घटना में सहयोग करने वाले किसी की गिरफ्तारी की गई है।  

धरना देते हुए नारेबाजी की गई। विरोध प्रदर्शन के दौरान मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की कतार लग गई।  बीसलपुर की तरफ से एक-एक कर दो एंबुलेंस आ रही थी, जिसे कार्यकर्ताओं ने रास्ता दे दी। इंस्पेक्टर बरखेड़ा मृदुल कांत शुक्ला पुलिस बल के साथ मौके पर रहे। करीब डेढ़ घंटे बाद सीओ बीसलपुर मौके पर पहुंचे और इंस्पेक्टर को लेकर थाना बरखेड़ा के भीतर चले गए। 

प्रकरण को लेकर जानकारी की जाती रही। उधर, प्रदर्शनकारी अपनी मांग पर अडिग रहकर नारेबाजी करते रहे। बाद में सीओ ने वार्ता ही।  युवती की शादी 26 फरवरी को होनी है। ऐसे में अफसरों ने आश्वाशन दिया कि शादी के समय से पहले बरामदगी की जाएगी। एसओजी टीम भी रवाना कर दी गई। तब जाकर परिजन और प्रदर्शन कारी मान गए और जाम खोल दिया गया। 

इंस्पेक्टर की बदली का भी मचा रहा शोर
बता दें कि इंस्पेक्टर पर पूर्व चेयरमैन के बेटे से जोड़कर तमाम आरोप प्रदर्शन के दौरान लगाए जा रहे थे। पूर्व चेयरमैन परिवार के सदस्यों की संलिप्तता से लगातार इंकार कर रहे थे। इसी बीच जाम खुलने से कुछ देर पहले जब बीसलपुर कोतवाल अशोक पाल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो यह शोर मच गया कि बीसलपुर और बरखेड़ा के इंचार्ज की आपस में बदली कर दी गई है।

हालांकि अफसरों ने इसे गलत बताया। फिर कुछ विरोध के सुर भी उठे। मगर अब दिए गए आश्वाशन पर प्रकरण को लेकर किए जा रहे प्रदर्शन को शांत करा दिया है। जिम्मेदार भी राहत महसूस करते नजर आए।

यह भी पढ़ें- पीलीभीत: 60 लाख से बन रही सड़क की गुणवत्ता पर सवाल, वीडियो वायरल 

संबंधित समाचार