हल्द्वानी: मदरसों में आधुनिक शिक्षा दें ताकि बच्चे डॉक्टर-इंजीनियर बन देश सेवा करें

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Published By Bhupesh Kanaujia
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हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मुफ्ती शमून कासमी ने सोमवार को बनभूलपुरा स्थित मदरसा इशातुल हक का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने मदरसा प्रबंधक से संवाद कर बच्चों की दीनी तालीम की जानकारी ली।
मुफ्ती कासमी ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में अल्पसंख्यक समाज के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनका लाभ अल्पसंख्यक समाज को मिल रहा है।

उत्तराखंड मदरसा शिक्षा परिषद की समकक्ष मान्यता के संबंध में शीघ्र ही निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी मदरसों का पंजीयन अनिवार्य रूप से होना चाहिए। मुख्यमंत्री धामी का विजन है कि मदरसों में आधुनिक शिक्षा होनी चाहिए ताकि यहां तालीम लेने वाले बच्चे भी डॉक्टर व इंजीनियर बनकर देश की सेवा कर सकें। उन्होंने बनभूलपुरा घटना की निंदा करते हुए सभी से अमन, शांति एवं भाईचारा बनाए रखने की अपील की और समय से राहत देने जिला प्रशासन का आभार जताया है।

कार्यक्रम के संयोजक जहीर अंसारी ने बताया कि मदरसा बोर्ड के संबंध में जो भी समस्याएं थीं, मदरसा प्रबंधक ने लिखित व मौखिक रूप से बताया है। मुफ्ती कासमी ने इन समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। इस दौरान आईटीआई निदेशालय अपर निदेशक ऋचा सिंह, ओवैस, रहमत अली,  मुफ्ती जाबिर अली, सीमा परवीन, मौलाना अहमद अली नूरी, मौलाना इरशाद मुफ्ती नईम अजहरी, महबूब अली, अनवर खान, मोहम्मद नाजिम मौजूद रहे।

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