शाहजहांपुर: नए शैक्षिक सत्र के लिए विभाग को मिल चुकीं 17.85 लाख किताबें

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Published By Vishal Singh
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इस बार जिले से की गई है 28.25 लाख किताबों की डिमांड

शाहजहांपुर, अमृत विचार। शैक्षिक सत्र 2024-25 के लिए परिषदीय स्कूलों, राजकीय कालेजों, सहायता प्राप्त स्कूलों और मदरसों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के लिए वितरित की जाने वाली पाठ्य पुस्तकें विभाग को प्राप्त होनी शुरू हो गई है। यह पहला मौका है, जब चालू सत्र में ही इतनी बड़ी तादाद में किताबें आई हों। जानकारी के मुताबिक अभी तक लगभग 17 ट्रक पाठ्य पुस्तकें विभाग को प्राप्त हो चुकी हैं। अब तक डिमांड 28.25 लाख किताबों के सापेक्ष लगभग 17.85 लाख किताबें विभाग को प्राप्त हो चुकी हैं।

बता दें कि सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों और मदरसों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को प्रदेश सरकार की ओर से निशुल्क पाठ्य पुस्तकें दी जाती हैं। प्रतिवर्ष यह किताबें नवीन सत्र शुरू चालू हो जाने के कई महीनों तक छुटपुट ढंग से मिलती रहती हैं, लेकिन इस बार अभी पुराना सत्र ही खत्म नहीं हुआ है और बड़ी संख्या में किताबें भेजी जा चुकी हैं। 

इन पाठ्य पुस्तकों को लालपुर ब्लॉक संसाधन केंद्र के सात कक्षों के अतिरिक्त ब्लॉक और डायट के एक-एक कक्ष में रखवाया जा चुका है। सभी कक्ष किताबों से खचाखच भर चुके हैं। अब नए ट्रक आने पर किताबें रखवाने की जगह भी नहीं बची है। जानकारी के अनुसार इस बार हिंदी मीडियम के विद्यार्थियों के लिए 26,71,185 किताबों की मांग की गई थी, जिसके सापेक्ष 17,14,384 किताबों की अब तक आपूर्ति की जा चुकी है।

इसी तरह अंग्रेजी माध्यम की किताबों की विभाग से 1,39,475 पाठ्य पुस्तकों की डिमांड की गई थी, जिसके सापेक्ष 71,248 किताबें मिल चुकी हैं। गोदाम प्रभारी ओम प्रकाश प्रजापति अपने साथी सुधीर गुप्ता के साथ पाठ्य पुस्तकों को गोदामों में रखवा रहे हैं। ओम प्रकाश प्रजापति ने बताया कि अब तक हिंदी मीडियम में 71 टाइटिल के सापेक्ष 41 टाइटिल की किताबें मिल चुकी हैं, जबकि अंग्रेजी माध्यम में आठ टाइटिल की किताबें शासन स्तर से भेजी जा चुकी हैं। 

अभी उर्दू माध्यम की किताबों की शुरुआत नहीं हुई है। वैसे उर्दू माध्यम की 14,831 पुस्तकों की मांग की गई है। अभी तक जो भी पुस्तकें विभाग को उपलब्ध कराई गई हैं, वे सभी कक्षा तीन से पांच तक की ही हैं। कक्षा एक और दो की किताबें इस बार केंद्र से एनसीईआरटी की मिलने की संभावना है। खासबात यह है कि इस बार जितनी किताबें विभाग को मिलती जा रही हैं, उसकी सूचना उसी दिन शासन को भेजी जा रही है, ताकि प्रकाशक पर समय से शत-प्रतिशत आपूर्ति का दबाव बनाया जा सके।

नवीन सत्र के लिए पाठ्य पुस्तकें शासन से प्राप्त होनी शुरू हो चुकी हैं। इस बार लगातार किताबें आने से उम्मीद जताई जा रही है कि नवीन सत्र में समय से बच्चों के बैग में किताबें होंगी। जो किताबें प्राप्त हो चुकी हैं, उनका सत्यापन कराकर शीघ्र ही ब्लॉकों में भिजवाना शुरू करा दिया जाएगा- रणवीर सिंह, बीएसए।

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