लखनऊ: CAA की नोटिफिकेशन जारी होते ही छावनी में तब्दील हुआ पुराना शहर, पुलिस ने निकाला Flag March

लखनऊ: CAA की नोटिफिकेशन जारी होते ही छावनी में तब्दील हुआ पुराना शहर, पुलिस ने निकाला Flag March

लखनऊ, अमृत विचार। देश में सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) की नोटिफिकेशन सोमवार देर शाम को जारी हुआ। इसके बाद पुराना शहर छावनी में तब्दील हो गया। पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर, जेसीपी कानून-व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल पुलिस फोर्स के साथ शहर के संवेदनशील क्षेत्रों में पैदल मार्च किया। सुरक्षा की दृष्टि लखनऊ में पुलिस सतर्क हो गई है। तनाव बढ़ने की आशंका पर अतिरिक्त मात्र में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इसके अलावा पुलिस और पैरा-मिलिट्री फोर्स ने भी फ्लैग मार्च किया।

अराजकता फैलाने पर फौरन होगी कार्रवाई

संयुक्त पुलिस आयुक्त कानून एवं व्यवस्था उपेंद्र अग्रवाल ने बताया कि सीएए की नोटिफिकेशन जारी होते ही लखनऊ में पुलिस की सक्रियता बढ़ाई गई है। शहर के संवेदनशील इलाकों में फुट पेट्रोलिंग, सीसीटीवी कैमरों, ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही वजीरगंज, सआदतगंज, हुसैनाबाद, ठाकुरगंज, अमीनाबाद, मौलवीगंज, बाजारखाला, नक्खास में पुलिस और पैरा-मिलिट्री फोर्स तैनात कर दी गई है। बताया कि पीस कमेटी समेत अन्य बुद्धिजीवियों से बैठक कर लोगों समझाने की अपील की जा रही कि इस कानून से किसी की नागरिकता नहीं जाएगी। वहीं सोशल मीडिया में भड़काऊ, आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए हैं।

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पुलिसकर्मियों के अवकाश निरस्त

संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि अधिसूचना जारी होने पर राजधानी में तैनात पुलिसकर्मियों के अवकाश निरस्त करने का आदेश भी जारी कर दिया गया। उन पुलिसकर्मियों को भी अवकाश से तत्काल वापस बुलाया गया है, जोकि विभिन्न वजहों से छुट्टी पर हैं। संवेदनशील इलाकों एहतियात के तौर पर सुरक्षा बढ़ाने के साथ अवकाश पर गए पुलिसकर्मियों को अपनी तैनाती के स्थान पर आमद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। विषम परिस्थिति में उच्चाधिकारी की अनुमति पर पुलिसकर्मियों को अवकाश मिल सकेगा।

डीसीपी ने पुराने लखनऊ में किया पैदल मार्च

देर शाम को नोटिफिकेशन जारी होने के तत्काल बाद ही डीसीपी पश्चिमी डॉ. दुर्गेश कुमार, एडीसीपी पश्चिमी विश्वजीत श्रीवास्तव और एसीपी चौक राजकुमार सिंह टीम के साथ चौक से पैदल मार्च करते हुए घंटाघर पहुंचे। वहां देर रात तक पुलिस टीम ने वाहनों की चेकिंग की।

पांच साल पहले पुराने शहर में भड़की थी हिंसा

गौरतलब है कि दिसम्बर 2019 को सीएए (नागरिकता संशोधन अधिनियम) संसद में पारित किया गया था। इसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी भी मिल गई थी। लेकिन, इसके खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये थे। लखनऊ के मदेयगंज व ठाकुरगंज इलाके में इसके विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। विरोध में लोगों ने आगजनी, सरकारी संपत्ति की तोड़फोड़ भी की थी।

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