हल्द्वानी: जेल में मलिक और मोईद के साथ 300 बंदी और कैदी करेंगे गुनाहों से तौबा
सर्वेश तिवारी, हल्द्वानी, अमृत विचार। रमजान का पाक महीना न सिर्फ इबादत का महीना है, बल्कि गुनाहों से तौबा करने और जरुरतमंदों की मदद का भी महीना है। बनभूलपुरा हिंसा के आरोप में नैनीताल जेल में बंद अब्दुल मलिक और बेटा अब्दुल मोईद भी रमजान का हर रोजा रखेंगे और गुनाहों से तौबा करेंगे। इनके साथ नैनीताल और हल्द्वानी जेल में बंद करीब 300 कैदी व बंदी भी रोजा रख रहे हैं। रमजान के लिए जेल प्रशासन ने व्यापक इंतजाम भी किए हैं।
बनभूलपुरा हिंसा के मामले में अब तक पुलिस सौ लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें छह महिलाएं भी हैं। मलिक अपने बेटे के साथ नैनीताल जेल में बंद है। जबकि हल्द्वानी उप कारागार में 92 पुरुष उपद्रवियों को एक ही बैरक में रखा गया। गिरफ्तार की गई छह महिला उपद्रवियों को अलग महिला कारागार में रखा गया है।
12 फरवरी से रमजान का पाक महीना शुरू हो रहा है। मुस्लिम समुदाय के लिए ये सबसे बड़ा पर्व है, जो ईद के साथ समाप्त होता है। नैनीताल जेल में मलिक और मोईद के साथ मुस्लिम समुदाय के 40 बंदी व कैदी मंगलवार से रोजे की शुरुआत करेंगे। हल्द्वानी उप कारागार और जिला जेल नैनीताल में जेल प्रशासन ने रोजे की तैयारियां पूरी कर ली हैं।
रोजा में रोज सुबह सूर्य निकलने से पहले कुछ खाने का रिवाज है, जिसे सेहरी कहते हैं। शाम सूरज डूबने के बाद इफ्तार किया जाएगा यानी रोजा खोला जाएगा। जेल प्रशासन ने सेहरी और इफ्तार के लिए खजूर, बिस्कुट, फल आदि का इंतजाम किया है। जबकि शाम सूर्यास्त के बाद यानी इफ्तारी में भोजना का इंतजाम है।
सूर्योदय और सूर्यास्त के दरम्यान खाने और पीने पर पूरी तरह पाबंदी होती है। सोमवार को पुलिस ने नवी हुसैन पुत्र मो. हुसैन निवासी इन्द्रानगर एक मिनार मस्जिद के पीछे बनभूलपुरा, जीशान उर्फ जिब्बू पुत्र मो. गुड्डू निवासी मलिक का बगीचा पानी की टंकी के पास बनभूलपुरा, मो. समीर पुत्र मो. राशिद निवासी लाइन नंबर 7 बिलाली मस्जिद के पास बनभूलपुरा और हाजरा बेगम पत्नी अब्दुल वाजिद निवासी नई बस्ती गोपाल मन्दिर के पास बनभूलपुरा को भी हल्द्वानी जेल में दाखिल किया गया है।
नैनीताल जेल से जेलर एचएच हयांकी ने बताया कि मलिक और मोईद के साथ जेल में 40 रोजेदार हैं। जबकि उप कारागार हल्द्वानी के जेल अधीक्षक प्रमोद पांडेय ने बताया कि कारागार में रोजा रखने वाले करीब 250 लोग हैं। इन सभी के लिए खाने-पीने का पूरा इंतजाम किया गया है।
मलिक और मोईद कैसे चुकाएंगे जकात
हल्द्वानी : रमजान के महीने में गरीबों की मदद का रिवाज भी है। इस महीने में हर वो मुस्लिम मर्द और औरत, जो साहिब-ए-निसाब है, यानी जिनके पास साढ़े सात तोला सोना या साढ़े बावन तोले चांदी है या इतनी या इससे ज़्यादा मात्रा में किसी भी तरह की दौलत है, तो उन पर अपनी उस प्रॉपर्टी की ढाई फीसद रकम जकात के तौर पर निकालना जरूरी है। अब न तो मलिक की दौलत का हिसाब है और न मोइद की संपत्ति का आंकलन हो सका है। ऐसे में दोनों किस हिसाब से जकात चुकाएंगे।
35 लोग जेल से निहारेंगे ईद का चांद
हल्द्वानी : बनभूलपुरा हिंसा के मामले में जिन सौ लोगों की अभी तक गिरफ्तारी हो चुकी है, उसमें से तमाम लोगों को जमानत मिल सकती है। हालांकि मलिक और मोईद समेत 35 लोगों को रमजान के साथ ईद भी जेल में ही मनानी पड़ेगी। दरअसल, बनभूलपुरा थाने की ओर से दर्ज मुकदमे में इन 35 लोगों के नाम हैं और सभी पर यूएपीए लगा है। जानकारों का कहना है कि यूएपीए के तहत गिरफ्तार किए गए आरोपी को तीन महीने से पहले जमानत का प्रावधान नहीं है। ऐसे में ईद का चांद भी जेल से ही देखना होगा।
