बरेली, पीलीभीत और बदायूं के सांसदों का इंतजार बढ़ा, BJP की दूसरी सूची में भी टिकट नहीं

उत्तराखंड के दो प्रत्याशियों की घोषणा हुई लेकिन यूपी से एक भी नहीं

बरेली, पीलीभीत और बदायूं के सांसदों का इंतजार बढ़ा, BJP की दूसरी सूची में भी टिकट नहीं

बरेली, अमृत विचार। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह की ओर से 11 दिन बाद बुधवार शाम लोकसभा चुनाव के प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी जारी कर दी गई। इस सूची में उत्तराखंड के दो प्रत्याशियों के साथ कुल 72 नामों की घोषणा की गई है लेकिन बरेली, बदायूं और पीलीभीत के टिकट अटके रह गए। इससे संतोष गंगवार, संघमित्रा मौर्य और वरुण गांधी के खेमे की बेचैनी बढ़ गई है।

पहली सूची सूची दो मार्च को आई थी जिसमें 195 प्रत्याशियों की घोषणा की गई थी। इनमें 51 प्रत्याशी उत्तर प्रदेश के भी थे। इसी सूची में आंवला सीट से दो बार के सांसद धर्मेंद्र कश्यप और शाहजहांपुर सीट से सांसद अरुण सागर के टिकट की घोषणा कर दी गई लेकिन बरेली के साथ पीलीभीत और बदायूं के टिकट की घोषणा नहीं हुईं। बरेली से संतोष गंगवार नौवीं बार लोकसभा पहुंचकर रिकार्ड बनाने की तैयारी में जुटे हैं लेकिन टिकट की घोषणा नहीं हुई है। बरेली का टिकट फाइनल नहीं होने को लेकर नेताओं में कई चर्चाएं शुरू हो गई हैं। वजह यह है कि इस सीट से कई और नाम हाईकमान तक पहुंचे हैं। इसी कारण बरेली के टिकट पर सबकी निगाहें लगी हैं।

उधर, पीलीभीत के सांसद वरुण गांधी के लगातार भाजपा और केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में मुखर रहने से उनके टिकट को लेकर संशय जताया जा रहा है। दूसरी सूची में भी उनका नाम न होने से अब ऐसी चर्चाएं और जोर पकड़ रही हैं। उधर, बदायूं सीट पर भाजपा मजबूत प्रत्याशी को तलाश रही है। तीन नाम चर्चा में भी हैं जिनमें दो स्थानीय ही हैं और उनका भाजपा में बड़ा कद भी है। सपा ने शिवपाल सिंह यादव को बदायूं से उतारा है। यही वजह है कि पहली सूची के बाद दूसरी सूची में भी बदायूं के टिकट की घोषणा नहीं हुई है।

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