Special Story : गांव में नहीं कोई 12वीं पास ओबीसी महिला, कैसे हो पंचायत सहायक की नियुक्ति?
अमृत विचार विशेष : जिसकी वजह से जरूरी कागजात बनवाने के लिए जनसेवा केंद्रों तक की दौड़ लगानी पड़ रही है
सतवीर विश्वकर्मा, अमृत विचार। असमोली विकासखंड की ग्राम पंचायत असगरीपुर में पंचायत सहायक की नियुक्ति में पेंच फंस गया है। गांव में ओबीसी जाति की इंटर पास महिला को पंचायत सहायक बनाया जाना है। लेकिन यहां ओबीसी की कोई महिला इंटरमीडिएट तक पढ़ी हुई नहीं है।
विकासखंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत असगरीपुर में ग्राम पंचायत के दो वर्ष पहले हुए चुनाव में अन्य पिछड़ा वर्ग में सीट आरक्षित होने पर फहीम की पत्नी फरजाना खातून ग्राम प्रधान बनी थी। सरकार की ओर से ग्रामीणों को सुविधाएं देने के लिए गांव में लाखों रुपये खर्च कर पंचायत भवन बनवाया गया है। जिससे ग्रामीणों को घर बैठे ही जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र, मूल निवास, आय जाति प्रमाण पत्र, वृद्धा व विकलांग पेंशन सहित अन्य सुविधाएं मिल सकें और विकास कार्यों का समय से भुगतान हो सके। लेकिन गांव में अन्य पिछड़ा वर्ग में किसी महिला के इंटर पास नहीं होने की वजह से पंचायत सहायक की नियुक्ति में पेंच फंसा हुआ है।
ग्रामीणों ने बताया कि गांव में अन्य पिछड़ा वर्ग के सात आठ परिवार हैं। जिसमें आठ महिलाएं हैं। लेकिन किसी भी इंटर पास महिला के नहीं होने से पंचायत सहायक की नियुक्ति नहीं हो पा रही है। जिसकी वजह से जरूरी कागजात बनवाने के लिए जनसेवा केंद्रों तक की दौड़ लगानी पड़ रही है। जिसमें समय के साथ साथ अधिक रुपये भी खर्च करने पड़ रहे हैं।
अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला ग्राम प्रधान है और इसी आरक्षण वर्ग की महिला पंचायत सहायक की नियुक्ति की जानी थी। लेकिन कोई भी 12वीं पास महिला न होने के कारण अभी तक पंचायत सहायक नियुक्त नहीं किया जा सका है। -महेंद्र सिंह,ग्राम पंचायत अधिकारी
हमारे ग्राम पंचायत असगरीपुर में अन्य पिछड़ा वर्ग की ग्राम प्रधान है। अन्य पिछड़ा वर्ग की महिला पंचायत सहायक नियुक्त की जानी है। हमारी इस ग्राम पंचायत में अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाओं में कोई भी महिला 12वीं पास नहीं है। इसलिए पंचायत सहायक नियुक्त नहीं की जा सकी है।-फरजाना खातून,ग्राम प्रधान असगरीपुर
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