मुरादाबाद : धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बोले- तुम हमारा साथ दो, हम तुम्हें हिंदू राष्ट्र देंगे

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Published By Bhawna
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मजारों पर चादर चढ़ाना बंद करो, तुम्हारे हनुमान जी बहुत पावर फुल,  शिक्षा-चिकित्सा निशुल्क हो तो गरीब नहीं पड़ेगा टोने-टोटकों के चक्कर में

मुरादाबाद, अमृत विचार। दिल्ली रोड स्थित नया मुरादाबाद के लोहिया स्टेट में तीन दिवसीय हनुमंत कथा के दूसरे दिन श्रीबागेश्वर धाम सरकार के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दिव्य दरबार में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कष्टों के निवारण के लिए उमड़ी। कोई बीमारी से परेशान था तो कोई कारोबार में घाटे के बाद बढ़ते कर्ज से दुखी। कई जादू टोने से बेपटरी जिंदगी को पटरी पर लाने के लिए कई घंटे पंडाल में डटे रहे। बाबा का दिव्य दर्शन पाकर भक्त खुश हुए तो उनके दिव्य दरबार में जिसके नाम की पर्ची निकली वह निहाल हो गया। बाबा बागेश्वर धाम, सन्यासी बाबा, वीर बजरंगी का नाम लेकर बाबा ने भक्तों के दुख के निवारण का आशीर्वाद दिया तो कई की पोल भी सबके सामने पंडाल में खोली।

कथा के दूसरे दिन सुबह 8 बजे से पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दीवाने भक्त होटल के बाहर उनके दर्शनों के लिए खड़े रहे। दिव्य दरबार में शास्त्री जी दोपहर 12:50 बजे मंच पर पहुंचे। पंडाल में बड़ी संख्या में बैठे महिला-पुरुषों ने उन्हें देखते ही सन्यासी बाबा, दादा गुरु और बालाजी बागेश्वर धाम के जयकारे लगाने शुरू कर दिए। मंच पर दिव्य दरबार से पहले शास्त्री जी ने पंडाल में बैठे लोगों से कहा की चादर चढ़ाना बंद करो, तुम्हारे हनुमान जी बहुत पावरफुल है।

उन्होंने गरीबों की बेबसी का जिक्र करते हुए कहा कि देश में शिक्षा और चिकित्सा आजकल बहुत महंगी हो गई है। जिसके कारण कमजोर और गरीब लोग टोने टोटके और मजारों पर चादर चढ़ाने के चक्कर में पड़ गए हैं। फिर उन्होंने सरकार को संदेश देते कहा की सरकार देश में शिक्षा और चिकित्सा मुफ्त कर दे। जिससे गरीब लोग टोने-टोटकों से बच सकें और मजारों पर चादर चढ़ाना बंद कर इलाज करा सकें। उन्होंने कहा कि अब वैज्ञानिकों को भी सन्यासी बाबा राह दिखाएंगे।

चंदे की धनराशि से मंदिर निर्माण के स्थान पर गरीब बेटियों की शादियां कराने का उन्होंने संकल्प दोहराया। तीन बजे प्रेतराज सरकार का दरबार लगा तो पंडाल में बैठे लोगों पर सवार प्रेतों को सजा दी गई। इसके बाद बातों बातों में बालाजी सरकार ने मुरादाबाद को माधव नगर बनाने की ही नहीं दोहराई इससे आगे जाकर बोले तुम हमारा साथ दो, हम तुम्हें हिंदू राष्ट्र देंगे। वहीं कुछ लोग अपने बीमार परिजन को लेकर आए। जिसके बारे में जादू टोने का शक था। दिव्य दरबार में आकर खत्म हुआ।

वैज्ञानिकों का करेंगे मार्गदर्शन
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि उनके पास कई वैज्ञानिक भी आए, जिन्होंने उनका मशीनों से टेस्ट लिया लेकिन, सब फेल हो गए। उन्होंने बताया कि वह अब स्पेस यान के लिए वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि अब भारत में धर्म विरोधी ताकत और शक्तियां पूरी तरह से खत्म हो जाएंगी।

1:27 मिनट पर दिव्य दरबार में रितु की लगी पहली अर्जी
पहली अर्जी : दिव्य दरबार शुरू होने पर पहली अर्जी महानगर के हरथला की रहने वाली रितु की लगी। वह अपने पति के घर से लेकर पिता के घर तक के संकट बताकर भावुक होकर रो पड़ीं। उसकी समस्या का समाधान बताकर मंत्र देकर मंच से विदा किया।

दूसरी अर्जी: बिहार के जिला मोतिहारी के रहने वाले प्रदीप की लगी। अपने व्यापार में परेशान प्रदीप कुछ बताते इससे पहले बाला जी सरकार ने उसकी जन्म कुंडली खोलकर रख दी। प्रदीप को 2026 के अंत तक व्यापार में हुए घाटे के पूरा होने व टोने टोटके करने वाले पारिवारिक व्यक्ति का इलाज होने की गारंटी देने के साथ मंत्र देकर भेजा।

तीसरी अर्जी: मोनू बिल्सी जिला बदायूं की लगी वो अपने भाई की हादसे में हुई मौत का रहस्य जानने के लिए आया था। धीरेंद्र शास्त्री ने बताया की कोई टोना टोटका नहीं था। उसकी मौत हादसे के कारण हुई है। मोनू ने अपने साथ अपने मिलने वाले एक दरोगा की अर्जी लगाई तो शास्त्री जी ने अर्जी मानकर मुरादाबाद कोतवाली में तैनात दरोगा महावीर सिंह को बुलाया, जिस पर पंडाल में सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों ने भी तालियां बजाकर अभिनंदन किया। दरोगा ने अपनी समस्या रखी, बेटी के विवाह के बारे में पूछा। दरोगा बोले पहले भोलेनाथ की पूजा करता था। जब से आप मिले है तब हनुमान जी की पूजा करता हूं। इसी क्रम में जिसके नाम की अर्जी निकलने की बात बाबा कहते वह प्रफुल्लित होकर मंच की ओर बढ़ता रहा। कोई अपने खोए हुए बेटे की तलाश में तो कोई मां की बीमारी और कोई संतान के भविष्य के लिए पहुंचा। भक्त तो अपनों की बीमारी का समाधान पाने के लिए बाबा की गद्दी के सामने अपने बीमार परिजन को लेकर बैठे रहे।

चौथी अर्जी: मंगूपुरा निवासी कपिल की लगी वह अपने परिवार लेकर आया था। उसने बताया कि वो चाऊमीन और मोमोज का ठेला लगाता है। कल आपकी कार देखी तभी मन में विश्वास था कि बाबा से मिलूंगा। कहा कि ठेला बंद के करके आया हूं। बाबा ने उसकी रोज की आमदनी के बारे में पूछ लिया। तो उसने 400-500 रुपये प्रतिदिन बताया। बाबा ने उसकी समस्या का समाधान कर कई दिन का ठेला लगाने पर होने वाली आमदनी के बराबर और बागेश्वर धाम तक आने के किराए की धनराशि दे डाली।

परीक्षा लेने वालों की खुली पोल, पड़े चक्कर में
कुछ लोग दिव्य दरबार में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की शक्तियों की परीक्षा लेने की सोच के साथ आए थे, उनके नाम की पर्ची निकाल कर बाबा ने मंच पर बुलाकर उनकी पोल खोलकर सबको अचंभित कर दिया। सबके सामने उनकी हकीकत बयां कर दी, जिससे वह धर्मसंकट में फंस गए। अर्जी का दौर 1:27 मिनट से 3 बजे तक चला।

सन्यासी बाबा ने दूर की लोगों की प्रेत बाधा
इसके बाद प्रेतराज सरकार का दरबार लगने की घोषणा हुई। वैसे ही पंडाल में बैठे भक्तों पर प्रेतों का असर दिखाई देने लगा। महिलाएं, पुरुष और बच्चे श्री शास्त्री की गद्दी के आगे प्रेतों का खेल खेलने लगे। बाबा ने भूत-प्रेतों की सन्सासी बाबा की सेना से मार लगवाई। इसके बाद सभी को भभूत व मंत्र देकर मंगलवार को बागेश्वर धाम आने के लिए कहा।

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