Lok Sabha Election: हैट्रिक लगाने वाले BJP के पहले नेता बन सकते पुष्पेंद्र...1962 के बाद किसी भी उम्मीदवार को तीन बार लगातार जीत नसीब नहीं हो सकी

संसदीय सीट से पुष्पेंद्र सिंह चंदेल बन सकते हैं भाजपा की पहली हैट्रिक लगाने वाले नेता

Lok Sabha Election: हैट्रिक लगाने वाले BJP के पहले नेता बन सकते पुष्पेंद्र...1962 के बाद किसी भी उम्मीदवार को तीन बार लगातार जीत नसीब नहीं हो सकी

महोबा, (नईमुर्रहमान)। 1952 से अब तक हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा का कोई भी प्रत्याशी आज तक जीत की हैट्रिक नहीं लगा सका है। इस बार इस सीट से कुं0 पुष्पेंद्र सिंह चंदेल हैट्रिक लगाकर नया इतिहास रचने की राह पर हैं।

इससे पहले सिर्फ कांग्रेस प्रत्याशी ने इस संसदीय सीट से लगातार तीन बार कांग्रेस से जीतकर हैट्रिक लगाई थी, जबकि इस सीट से भाजपा के पुष्पेंद्र सिंह चंदेल भी लगातार दो बार जीत दर्ज करके तीसरी बार भी भाजपा से टिकट पाने में कामयाब हो गए हैं, जिससे वह नया इतिहास रचने के लिए जी जान से जुटे हुए हैं।  

लोकसभा चुनाव के शुरू होते ही कांग्रेस पार्टी का ही दबदबा कायम रहता था। यही वजह है कि कांग्रेस प्रत्याशी मन्नूलाल द्विवेदी ने 1952, 1957 और 1962 में लगातार तीन बार लोकसभा चुनाव जीतकर हैट्रिक लगाई थी। लोकसभा चुनाव के 62 साल बीत जाने के बाद भी इस संसदीय सीट से कोई भी दल का प्रत्याशी कांग्रेस के मन्नूलाल द्विवेदी का हैट्रिक लगाने का रिकार्ड नहीं तोड़ सका है।

2024 चुनाव में अब मोदी मैजिक को लेकर भाजपा प्रत्याशी पुष्पेंद्र चंदेल भी हैट्रिक लगाने की राह पर दिखाई दे रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ता भी संसदीय क्षेत्र में पहली दफा भाजपा की हैट्रिक लगने की उम्मीद में जी जान से जुटे हुए हैं। यदि इस बार यह मौका भाजपा प्रत्याशी को मिलता है तो कुंवर पुष्पेंद्र सिंह संसदीय क्षेत्र में भाजपा की पहली हैट्रिक लगाने वाले प्रत्याशी बन जाएंगे। 

लोकसभा चुनाव का विगुल बजते ही चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित की गई चुनाव तिथियों के हिसाब से इस संसदीय सीट पर 20 मई को मतदान कराया जाएगा। हमीरपुर महोबा तिंदवारी संसदीय सीट पर इस दफा 1221 मतादान केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर 1834474 अपने मत का इस्तेमाल करेंगे।

चुनाव को लेकर बसपा छोड़ सभी प्रत्याशियों में ज्यादा से ज्यादा गांव में मतदाताओं से संपर्क करने की होड़ मची हुई है। यही वजह है कि अब पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता तड़के सुबह से गांव गांव की खाक छानने के लिए निकल पड़ते हैं।

संसदीय क्षेत्र में सबसे पहले सपा कांग्रेस गठबंधन ने अजेंद्र सिंह लोधी पर विश्वास जताया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने तीसरी बार कुं0 पुष्पेंद्र सिंह चंदेल पर दाव लगाया है। बहुजन समाज पार्टी ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है, जिसके चलते बसपा की चुप्पी साधने से बसपा कार्यकर्ता भी निराश दिखाई दे रहे हैं। 

संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं पर एक नजर 

पुरुष मतदाता      -  991352
महिला मतदाता     -  843053
2024 में कुल मतदाता - 1834474
2019 के कुल मतदाता - 1738107

पार्टी न छोड़ने पर तीसरी बार भी चंदेल ने पाया टिकट 

वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर पहली बार विधानसभा चुनाव लड़े कुं0 पुष्पेंद्र सिंह चंदेल बसपा प्रत्याशी राकेश गोस्वामी से चुनाव हार गए थे। 2012 विधानसभा चुनाव में पुष्पेंद्र सिंह का टिकट भाजपा ने काट दिया था और 2014 में उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाया गया, इसके बाद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल पहली दफा लोकसभा का चुनाव लड़े और तीन लाख से ज्यादा मतों से जीत हासिल की, इसके बाद चंदेल ने पीछे मुडकर नहीं देखा।

क्षेत्र में विकास कार्य कराने और रेल लाइन दोहरीकरण की मांग करके झांसी मानिकपुर तक दोहरीकरण कराया। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से सिर्फ पुष्पेंद्र सिंह चंदेल प्रत्याशी बनाए गए और वह पार्टी हाईकमान के भरोसे पर खरे उतरे। उन्होंने दूसरी बार चुनाव जीतकर दिल्ली का रास्ता तय किया। अब तीसरी बार भी हाईकमान ने पुष्पेंद्र सिंह चंदेल पर भरोसा जताया है। 

ये भी पढ़ें- Kanpur: दो मौसेरे भाइयों की जलकर मौत...फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य, मृतक ने रिश्तेदार की बेटी से प्रेम विवाह किया था