वाराणसी: मुख्तार की मौत के बाद कृष्णानंद राय के घर पर जश्न का माहौल, पत्नी अलका व बेटे पीयूष ने लिए बाबा विश्वनाथ के दर्शन

वाराणसी: मुख्तार की मौत के बाद कृष्णानंद राय के घर पर जश्न का माहौल, पत्नी अलका व बेटे पीयूष ने लिए बाबा विश्वनाथ के दर्शन

वाराणसी। माफिया मुख्‍तार अंसारी की गुरुवार रात बांदा के मेडिकल कॉलेज में हार्ट अटैक से मौत हो गई। जिसके बाद से भाजपा के दिवंगत विधायक कृष्णानंद राय के घर में जश्न का माहौल है। क्योंकि मुख्तार अंसारी कृष्णानंद राय की हत्या का दोषी था और उम्रकैद की सजा काट रहा था। वहीं शुक्रवार सुबह कृष्‍णानंद राय की पत्‍नी अलका राय और बेटा पीयूष राय वाराणसी में बाबा विश्‍वनाथ के दर्शन करने पहुंचे। 

बता दें, 2002 के विधानसभा चुनाव में मुख्तार अंसारी के गढ़ मोहम्मदबाद में कृष्णानंद राय ने उसके बड़े भाई अफजाल अंसारी को शिकस्त दी थी। जिसके बाद से मुख्तार अंसारी ने इस हार का बदला लेने की ठान ली। वहीं साल 2005 में जब कृष्णानंद राय अपने काफिले के साथ लौट रहे थे, तभी उन्हें घेरकर 400 राउंड से ज़्यादा गोलियां चलाई गई थीं, जिसमें कृष्णानंद राय समेत 7 लोगों की मौत हुई थी। इस हत्‍याकांड में मुख्तार अंसारी उम्रकैद काट रहा था। 

वहीं गुरुवार रात को जब मुख्तार अंसारी की मौत की खबर सामने आई तो दिवंगत कृष्णानंद राय के घर पर आतिशबाजी छोड़कर जमकर खुशियां मनाई गईं। वहीं शुक्रवार सुबह कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने अपने बेटे पीयूष राय के साथ वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच कर बाबा विश्‍वनाथ के दर्शन किए। 

इस दौरान पत्रकारों से बात करते हुए अलका राय ने कहा कि ये बाबा का आशीर्वाद है, आज बाबा विश्‍वनाथ की कृपा से हमें न्याय मिल गया है और आज ही हमारे लिए होली का त्योहार है। क्योंकि उस घटना के बाद से हम होली का त्योहार नहीं मना पाते थे, लेकिन अब हम होली मनाएंगे। उन्होंने कहा कि सीबीआई कोर्ट से भी हम केस हार गए थे। लेकिन योगी जी और मोदी जी की वजह से हमें न्याय मिला है। इस दौरान मुख्‍तार अंसारी की मौत पर विपक्ष के सवाल उठाने को उन्‍होंने गलत बताया। 

वहीं कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने मुख्‍तार की मौत पर सवाल उठाने पर कहा कि यह विपक्ष की तुष्टिकरण की राजनीति है। क्योंकि उनको कोई न कोई मुद्दा चाहिए, इसीलिए वो एक अपराधी में अपना मजहब ढूंढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में यह फैसला आया है, इसे अल्‍लाह का दरबार कहिए या बाबा विश्‍वनाथ का दरबार, जो भी हो यह हमें स्‍वीकार है।

यह भी पढ़ें: अखिलेश यादव आस्तीन के सांपों को पहचानें, सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में हो मुख्तार अंसारी की मौत के मामले की जांच : डॉ. एसटी हसन