पीलीभीत: जंगल में रात को घूमना पड़ा महंगा, पुलिसकर्मी समेत तीन पर केस दर्ज
पीलीभीत,अमृत विचार। पीटीआर (पीलीभीत टाइगर रिजर्व) के जंगल में रात को कार से सैर करना तीन लोगों को महंगा पड़ गया। गश्त के दौरान निकले डिप्टी डायरेक्टर ने जब कार सवारों को रोककर उनके पूछताछ की तो उन्होंने रौब गांठना शुरू कर दिया। डिप्टी डायरेक्टर के निर्देश पर महोफ के क्षेत्रीय वनाधिकारी ने तीनों के खिलाफ विभागीय केस दर्ज किया है। पुलिस ने तीनों का शांतिभंग में चालान कर दिया। पकड़े गए लोगों में एक पुलिसकर्मी भी होना बताया जा रहा है।
मामला मुस्तफाबाद जंगल का है। रविवार रात करीब नौ बजे पीटीआर के डिप्टी डायरेक्टर मनीष सिंह उप प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चौहान के साथ गश्त पर निकल हुए थे। गश्त के दौरान ही लालपुल से गुजरते वक्त उनकी निगाह कच्ची पटरी के खुले पड़े बैरियर पर पड़ी। शंका होने पर उन्होंने कच्ची पटरी पर जाकर पड़ताल करनी शुरू कर दी। डिप्टी डायरेक्टर टीम के साथ कुछ दूर पहुंच ही पाए थे कि उन्हें रास्ते में एक कार दिखी। डिप्टी डायरेक्टर ने कार को रोककर उसमें सवार लोगों से पूछताछ की।
पूछताछ के दौरान तीन लोगों में एक ने खुद को पुलिसकर्मी बताया। बताते हैं कि जब वन अफसरों ने जंगल में अवैध रूप से घुसने पर होने वाली कार्रवाई के बारे में बताया तो कार सवार कहासुनी करने लगे। महोफ रेंज के क्षेत्रीय वनाधिकारी सहेंद्र यादव को भी मौके पर बुला लिया गया। डिप्टी डायरेक्टर के निर्देश पर महोफ रेंजर ने तीनों के खिलाफ विभागीय केस दर्ज कर दिया। वहीं माधोटांडा पुलिस की ओर से तीनों के खिलाफ शांतिभंग की आशंका में चालान किया गया है। इसमें इसमें रविंद्र कुमार पुलिसकर्मी बताया जा रहा है।
गश्त के दौरान जंगल क्षेत्र में एक कार अवैध रूप से घूमते पाई गई। कार सवार रविंद्र कुमार, सुमित और अमित के खिलाफ विभागीय केस दर्ज किया गया है। मामले में पुलिस की ओर से भी कार्रवाई की गई - मनीष सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पीटीआर।
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