जनता के बीच जाएंगे, विकास की हकीकत बताएंगे: भगवत सरन गंगवार
बरेली, अमृत विचार। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। सत्ता पक्ष की खामियों को विपक्षी दल चुनावी मुद्दा बनाने में जुट गए हैं। खासतौर पर वर्ष 2017 में सत्ता गंवाने वाली समाजवादी पार्टी ने अभी से जमीनी स्तर पर तैयारी तेज कर दी है। सपा सरकार में पांच बार …
बरेली, अमृत विचार। 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। सत्ता पक्ष की खामियों को विपक्षी दल चुनावी मुद्दा बनाने में जुट गए हैं। खासतौर पर वर्ष 2017 में सत्ता गंवाने वाली समाजवादी पार्टी ने अभी से जमीनी स्तर पर तैयारी तेज कर दी है। सपा सरकार में पांच बार नवाबगंज विधानसभा सीट से विधायक रहे पूर्व राज्य मंत्री भगवत सरन गंगवार क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करने में जुटे हैं।
आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति के बारे में भगवत सरन गंगवार कहते हैं, ‘विधानसभा चुनाव जीतने के लिए कार्यकर्ताओं में पार्टी के प्रति जूनून होना चाहिए। अगर जुनून नहीं होगा तो कार्यकर्ता पार्टी के लिए बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाएंगे। कार्यकर्ताओं के दम पर ही आज सपा प्रदेश की विपक्ष में सबसे मजबूत पार्टी बन सकी है।’
जनहित के मुद्दों के सवाल पर वह कहते हैं, ‘जनता के बीच में जाकर हम उनकी समस्याएं उठाएंगे। हमारी सरकार ने जनता के हित में काम किया है। विपक्ष में रहकर भी हम जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी बाखूबी निभा रहे हैं। उम्मीद है कि आगामी विधानसभा चुनाव में हमें फिर से जनता का प्यार मिलेगा और पार्टी सत्ता में वापसी करेगी।’
भगवत सरन भाजपा पर ईवीएम से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हैं। कहते हैं, ‘चुनाव में ईवीएम का बड़ा योगदान रहता है जबकि भाजपा कार्यकर्ता इस मशीन का दुरुप्रयोग करते हैं। जिस वजह से जनता के साथ छल होता है। भाजपा चुनाव के समय भी छल करती थी और आज भी छल कर रही है।’
समाजवादी पार्टी अगले महीने से बरेली की विभिन्न विधानसभा सीटों पर मौजूदा सरकार के खिलाफ अभियान तेज करने की तैयारी कर रही है। इस बाबत पूछने पर भगवत सरन कहते हैं, ‘आगामी विधानसभा चुनाव जीतने के लिए बरेली मंडल की विभिन्न विधानसभा की सीटों का एक माह बाद से साइकिल से दौरा किया जाएगा। इस दौरे में पार्टी के विभिन्न कार्यकर्ता व पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। जगह-जगह जाकर जनता की समस्याएं प्रमुख रूप से उठाएंगे। साथ ही पार्टी की उपलब्धियों के बारे में भी जनता को बताया जाएगा जिससे मौजूदा सरकार के विकास कार्यों के दावों की हकीकत जनता के सामने आ सके। साथ ही चुनाव के लिए वोटर लिस्ट बनवाने का काम बेहतर ढंग से किया जाएगा जिससे किसी प्रकार का छल जनता के साथ न हो सके।’
मैंने 21 साल पार्टी में काम किया है, कभी किसी का विरोध नहीं किया
भगवत सरन गंगवार पार्टी में गुटबाजी की जगह एकजुटता पर जोर देते हैं। कहते हैं, ‘मैंने 21 साल पार्टी में काम किया है। कभी भी किसी का विरोध नहीं किया। हम चुनाव में मेहनत और एकजुटता से ही जीत हासिल सकते हैं। हमें एकजुटता से काम करना चाहिए। हर कार्यकर्ता का सम्मान करना चाहिए। पदाधिकारियों को अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन ठीक प्रकार से करना चाहिए। तभी पार्टी चुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर सकेगी।
धर्म और पैसे का सहारा लेकर लोकसभा चुनाव जीती भाजपा
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत को पूर्व मंत्री जनता के साथ छल करार देते हैं। वह कहते हैं, ‘यह चुनाव दूसरे तरीके से हुआ था। भाजपा ने नया पैंतरा अपनाकर हिंदू और मुस्लिम चुनाव कर दिया था जबकि समाजवादी पार्टी ने बिना किसी भेदभाव के जनता की सेवा का प्रयास किया था। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने प्रदेश में 35 सौ बाइकें कार्यकर्ताओं को बांटी थीं। हर लोकसभा सीट के लिए एक करोड़ रुपये आए थे। निजीकरण और किसानों के मुद्दे पर भाजपा सरकार जनता के साथ आज भी पूरी तरह छल कर रही है।’
नवाबगंज में हर युवा शिक्षित
प्रदेश में 15 मार्च 2012 को समाजवादी पार्टी की सरकार बनी थी। पांच बार विधायक बने भगवत सरन गंगवार को भी इस सरकार में राज्यमंत्री बनने का मौका मिला था। लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री भगवत सरन गंगवार का कार्यकाल तीन साल पांच माह का रहा। वह कहते हैं, ‘चुनाव के दौरान मैंने जनता से जो भी वादे किए थे वे सभी पूरे किए। मेरा प्रथम लक्ष्य शिक्षा में तेजी लाना था। भगवत सरन ने कहा कि आज हमारे विधानसभा क्षेत्र के युवा आईपीएस, पीसीएस, डॉक्टर, इंजीनियर व इसरो में वैज्ञानिक तक बन चुके हैं।’
