अन्नामलाई ने आचार संहिता उल्लंघन के आरोपों को खारिज किया, कहा- द्रमुक को हार का डर 

अन्नामलाई ने आचार संहिता उल्लंघन के आरोपों को खारिज किया, कहा- द्रमुक को हार का डर 

कोयंबटूर। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तमिलनाडु इकाई के अध्यक्ष और कोयंबटूर से उम्मीदवार अन्नामलाई ने शुक्रवार को यहां अपनी एक रैली में आचार संहिता के उल्लंघन के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने रात 10 बजे के बाद लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं करने के निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देशों का गंभीरता से पालन किया। 

अन्नामलाई ने कहा कि उन्होंने बृहस्पतिवार को पुलिस की पूर्व मंजूरी के अनुसार समय पर यात्रा पूरी की। भाजपा नेता ने कहा कि उन्होंने बृहस्पतिवार रात को अवरमपलायम में उनसे मिलने का इंतजार कर रहे लोगों से मुलाकात की थी क्योंकि पुलिस ने इसकी स्वीकृति दी थी और वह समय पर नहीं आ पाने के लिए लोगों से माफी मांगने के बाद वहां से निकल गए थे। 

अन्नामलाई ने दावा किया कि द्रमुक को चुनाव में जमानत भी खोने का डर दिखने लगा है और इसलिए उसने उनके खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए पुलिस से मदद मांगी। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘पुलिस रात 10 बजे के बाद मेरे भाषण देने का वीडियो जारी करे। पुलिस के अलावा, अचल चुनाव पर्यवेक्षक और यहां तक कि निर्वाचन आयोग की वीडियो टीम भी कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थी। द्रमुक का भाजपा से डर स्पष्ट है। 

द्रमुक कोयंबटूर लोकसभा क्षेत्र में अपनी जमानत नहीं बचा पाएगी क्योंकि उसके खिलाफ लोगों में गुस्सा है।’’ उन्होंने कहा कि लोग उनका भाषण सुनने के लिए रात 10 बजे तक उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि आयोग के दिशानिर्देशों में रात 10 बजे से सुबह छह बजे तक लाउडस्पीकर के उपयोग पर पाबंदी है। 

अन्नामलाई ने आरोप लगाया, ‘‘द्रमुक एकमात्र पार्टी है जो हिंसा करने के लिए पैदा हुई है।’’ उन्होंने कहा कि अगर द्रमुक की सभाओं में बड़ी संख्या में लोग भाग नहीं ले रहे तो इसके लिए उन्हें जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। वह पीलामेडु पुलिस द्वारा चुनाव प्रचार समय के कथित उल्लंघन को लेकर उनके और उनकी पार्टी के कुछ सदस्यों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के संबंध में एक सवाल का जवाब दे रहे थे। 

पुलिस ने कहा कि द्रमुक कार्यकर्ताओं और उनके सहयोगी वाम दलों ने बृहस्पतिवार रात को भाजपा सदस्यों द्वारा निर्वाचन आयोग की तय समय-सीमा के बाद प्रचार करने को लेकर आपत्ति जताई। इस मुद्दे पर अवरमपलायम इलाके में दोनों दलों के बीच विवाद भी हुआ। द्रमुक के एक सदस्य की शिकायत पर पीलामेडु पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत चार भाजपा पदाधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया। 

इस बीच, स्थानीय द्रमुक पदाधिकारियों ने जिलाधिकारी को एक अर्जी देकर आयोग द्वारा तय समय सीमा के बाद भी चुनाव प्रचार किये जाने को लेकर भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। दोनों दलों के कार्यकर्ताओं के बीच कथित झगड़े के बारे में पूछे जाने पर अन्नामलाई ने कहा कि द्रमुक कार्यकर्ताओं ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ धक्कामुक्की की लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की। उन्होंने दावा किया, ‘‘बाद में द्रमुक सदस्यों ने खुद को एक अस्पताल में भर्ती करा लिया और शिकायत कर दी।’’

यह भी पढ़ें- आबकारी घोटाला मामले में कविता की बढ़ी मुश्किलें, अदालत ने 15 अप्रैल तक CBI हिरासत में भेजा