नैनीताल: रिजॉर्ट संचालन मामले में दो गिरफ्तार, घिंगारी तोक में 23 अप्रैल को मंडलायुक्त ने किया था रिजॉर्ट का निरीक्षण
नैनीताल, अमृत विचार। बजून ग्राम सभा के घिंगारी तोक स्थित रिजार्ट में मिली अनियमितताओं के मामले में वन विभाग ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दोनों को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पकड़े गए अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में जंगल की लकड़ी व अन्य सामान बरामद हुआ है।
बीती 23 अप्रैल को मंडलायुक्त दीपक रावत ने ग्रामीणों की सूचना पर बजून के घिंगारी स्थित टविलाईट रिजॉर्ट का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त को रिजार्ट में कई अनियमितताएं मिलीं। वन भूमि का कटान कर रिजॉर्ट का रास्ता बनाया गया था। साथ ही मौके से भारी मात्रा में तख्ते, जलौनी लकड़ी और जंगल जानवर के अवशेष मिले थे।
जिस पर आयुक्त ने वन विभाग के अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिये ळो। रेंजर प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में गठित टीम ने जांच पड़ताल की तो 25 अप्रैल को तलाशी लेने पर रिजार्ट के एक हिस्से से आरा मशीन व लकड़ी बरामद हुई। जिस पर विभाग की ओर से अधौड़ा निवासी रिजॉर्ट स्वामी धमेंद्र सिंह समेत चंदन सिंह व कर्मचारी टोपा बहादुर शाही, स्वदेश बहादुर के खिलाफ भारतीय वन अधिनियम व वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की धाराओं में अलग-अलग तीन मुकदमें दर्ज किये गये। शनिवार को टीम ने क्षेत्र से चंदन सिंह व टोपा बहादुर को गिरफ्तार कर लिया। रेंजर प्रमोद तिवारी ने बताया कि दोनों आरोपितों को न्यायालय पेश कर जेल भेज दिया गया है।
रिजार्ट स्वामी अब भी पकड़ से बाहर
मंडलायुक्त के निरीक्षण के दौरान रिजॉर्ट स्वामी धमेंद्र सिंह मौके से गायब मिला। कर्मचारियों से पूछताछ के बाद भी उसका कुछ स्पष्ट पता नहीं लग सका। मामले में वन विभाग ने रिजार्ट में मौजूद दो लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया। मगर रिजार्ट स्वामी और एक कर्मचारी स्वदेश अब भी पकड़ से बाहर है। रेंजर प्रमोद तिवारी ने बताया कि फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे है।