मुरादाबाद : पाकिस्तान में बैठकर भारतीयों को ठग रहे साइबर अपराधी, चार महीने में 863 लोगों से की लाखों रुपये की ठगी

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Published By Bhawna
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836 लोग चार महीने में ठगे गए, 744 मामलों में हो रही है खोजबीन, 11 लाख रुपये से अधिक की ठगी

लोन देने के लालच देकर डाउनलोड कराते हैं चाइनीज एप, फोन की गैलरी से निकाल लेते हैं परिजन-रिश्तेदारों के नंबर

मुरादाबाद, अमृत विचार। साइबर क्राइम का अपराध दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। हाल ये है कि हर रोज कोई न कोई महिला-पुरुष ऑनलाइन ठगी का शिकार हो रहे हैं। चाइनीज एप पर लोन दिलाने के बहाने ठगी की हो रही घटनाएं अब आम हो गई हैं। अपराधी पाकिस्तान के सिम नंबर से इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

जी हां, शुक्रवार दोपहर का एक बज रहा था। इसी दौरान पुलिस लाइन में स्थित साइबर क्राइम सेल में दो महिलाएं पहुंची थीं। महिलाओं ने साइबर सेल कर्मियों को बताया कि उनके फोन पर तीन दिन से नंबर बदल-बदल कर कॉल आ रही है। कॉलर उनके चचेरे भाई के बारे में पूछकर लोन लिया जाना बताते हैं और उस लोन के पैसे को लौटाने को बोल रहा है। जब वह कहती हैं उनका चचेरा भाई है तो कॉलर कहता है कि चलो काेई बात नहीं इसी बहाने भाभी जी से बात हो गई। इन महिलाओं ने बताया कि कॉलर अपशब्द भी बोलता है। इन बातों को सुनकर साइबर सेल के लोगों ने महिलाओं को यही सलाह दी कि अपरिचित नंबर को रिसीव मत करो। भाई से कहना कि लोन के पैसे लौटाने के चक्कर में मत पड़े...चूंकि ये सब फ्रॉड है और चायनीज एप से लोग कर रहे हैं।

साइबर क्राइम सेल के प्रभारी मनोज सिंह बताते हैं कि लोन दिलाने के बहाने फ्राॅड चाइनीज एप से हो रहा है और इस तरह के काफी एप हैं। जिनके सहारे पाकिस्तान के नंबर से लोग भारत में व्हाट्सएप या सामान्य कॉल या लिंक भेजकर पहले सस्ते दर पर लोन देने का लालच देते हैं फिर ठगी करते हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह के साइबर अपराधी पाकिस्तान से ही अपना नेटवर्क तैयार किए हैं। ये लोग चाइनीज एप डाउनलोड कराते हैं और फिर फोन के कांटेक्ट व गैलरी का एक्सेस अलाऊ करा लेते हैं।

फिर लालच के लिए पहले तीन-चार हजार रुपये भी खाते में भेज देते हैं। इसके बाद लोन के रुपये लौटाने को बोलते हैं। यही नहीं, संबंधित पीड़ित के फोन में फीड नंबर भी प्राप्त कर लेते हैं और उसमें फादर मदर सिस्टर आदि रिश्तों के नाम से सेव नंबरों पर पर यदि फोटो लगी है तो उसे वह डाउनलोड कर ब्लैकमेल भी करते हैं। फिलहाल, इन अपराधियों को पकड़ना साइबर सेल प्रभारी बड़ा मुश्किल काम बताते हैं। कहते हैं कि इनके अपराध की कोई सीमा नहीं है।

चार महीने में 863 लोग से लाखों रुपये की ठगी
साइबर क्राइम सेल में इस वर्ष में जनवरी से अप्रैल तक के चार महीने में जिले के 863 लोग लाखों रुपये की ठगी के शिकार हो चुके हैं। इन सभी से कुल 11 लाख रुपये से अधिक की ठगी हुई है। ये वह लोग हैं, जिन्होंने पुलिस लाइन में आकर साइबर क्राइम सेल व थाने में शिकायत दर्ज कराई है। सबसे अधिक ठगी के शिकार होने वाले लोगों में मझोला थाना व सिविल लाइन थाना क्षेत्र के लोग ही हैं। इनकी संख्या क्रमश: 141 और 119 है। इसी तरह ठाकुरद्वारा क्षेत्र में 81 और कटघर इलाके के 75 लोग साइबर ठगी के जरिए अपनी मेहनत की कमाई गंवाई है।

जनवरी से अप्रैल तक के मामले
मझोला थाने में 141, सिविल लाइंस में 119, ठाकुरद्वारा में 81, कटघर में 75, बिलारी में 61, डिलारी में 50, पाकबड़ा में 45, कुंदरकी में 37, मूंढापांडे में 34, काेतवाली नगर में 28, भगतपुर में 27, छजलैट में 27, भोजपुर में 20, कांठ में 26, मुगलपुरा में 25, नागफनी में 25, गलशहीद में 19, मैनाठेर में 14 और हजरतनगर गढ़ी में 9 मामले पंजीकृत हुए हैं।

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