मुरादाबाद : गर्मी बढ़ते ही बढ़ी डायरिया के मरीजों की संख्या, चिकित्सकों ने कहा- बिना वजह घर से बाहर न निकलें
जिला अस्पताल में रोज भर्ती हो रहे 100 मरीज, निजी अस्पतालों में भी बढ़ रहे डायरिया के मामले
मुरादाबाद, अमृत विचार। बढ़ती गर्मी में डायरिया के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसके चलते चिकित्सकों ने गर्मी में कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है। चिकित्सकों का कहना है कि अगर दिन में घर से बाहर निकल रहे हैं तो थोड़ी देर बाद पानी पीते रहें और सिर को ढककर रखें। इसके अलावा बाहर का खाना बिलकुल न खाएं। क्योंकि गर्मी में लापरवाही से वायरल इन्फेक्शन, फूड पॉयजनिंग या डायरिया हो सकता है। इन दिनों इन्हीं कारणों से जिला अस्पताल व निजी अस्पतालों में डायरिया के मरीज बढ़ रहे हैं।
मई के दूसरे सप्ताह में गर्मी ने अपने तेवर दिखाना शुरू कर दिया है। जिसके चलते डायरिया के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। अगर बात जिला अस्पताल की करें तो प्रतिदिन ओपीडी में बुखार के 200 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। जिसमें रोज 100 मरीज डायरिया के भर्ती हो रहे हैं। जिसके कारण बच्चा वार्ड, जीरियाटिक वार्ड, मेडिसिन वार्ड, फीवर वार्ड तक सभी जगह मरीजों की भरमार है। ज्यादातर मरीज बुखार व उल्टी दस्त की परेशानी वाले हैं। चिकित्सकों ने बताया कि इस गर्मी में बाहर का तला-भुना खाने से बचें। इस गर्मी में सावधानी न बरतने से लोग बीमार पड़ रहे हैं। आने वाले दिनों में गर्मी व लू का प्रभाव बढ़ेगा। इसलिए आगे सावधानी बरतना जरूरी है।
पानी के अलावा ओआरएस व इलेक्ट्रॉल का भी करें सेवन
चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी में ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। इसके अलावा ओआरएस व इलेक्ट्रॉल का भी सेवन करें। फिजीशियन डॉ. विनीत तोमर ने बताया कि गर्मी में जो लोग धूप में काम के लिए घर से बाहर रहते हैं। जिसमें खासकर डिलीवरी बॉय, मजदूर, रिक्शा चालक व अन्य, उन्हें अपने साथ पानी की बोतल रखनी चाहिए। पानी में इलेक्ट्रॉल या ओआरएस मिलाकर पिएं। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी। हर दिन नारियल का पानी पीने से भी डायरिया से बचे रहेंगे। दही, छाछ व सलाद का इस्तेमाल भोजन के साथ जरूर करें।
पिछले कुछ दिनों में गर्मी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। खानपान में सावधानी बरते की जरूरत हैं। पूरा दिन पानी पीते रहें और ओआरएस का इस्तेमाल करें तो लोगों को परेशानी नहीं होगी। फिलहाल जिला अस्पताल में पर्याप्त दवाइयां हैं और सभी व्यवस्थाएं की गई हैं।- डॉ. राजेंद्र कुमार, चिकित्साधीक्षक
ये भी पढे़ं : मुरादाबाद : गागन नदी में अवैध निर्माण पर कार्रवाई के नाम पर की जा रही खानापूर्ति
