मुरादाबाद : बुध बाजार के सौदर्यीकरण में कार्यदायी संस्था की लापरवाही से व्यापारियों में नाराजगी
यूपी राजकीय निर्माण निगम की ओर से कराया जा रहा है बुध बाजार में कार्य, मंडलायुक्त ने काम की सुस्ती पर जताई थी नाराजगी
मुरादाबाद, अमृत विचार। महानगर में स्मार्ट सिटी के कार्य में कार्यदायी संस्थाओं की सुस्ती और लापरवाही नागरिकों और व्यापारियों पर भारी पड़ रही है। बुध बाजार में काम में देरी पर एक तरफ जहां व्यापारियों में नाराजगी है वहीं मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह भी नाराजगी जता चुके हैं। पिछले दिनों कार्य में शिथिलता और रूचि न लेने के चलते स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक (तकनीकी) अनिल कुमार मित्तल का वेतन भुगतान भी रोका गया जा चुका है। वहीं जनप्रतिनिधि भी व्यापारियों के पक्ष में खड़े हैं।
बुध बाजार में स्मार्ट सिटी मिशन के रेट्रोफिटिंग आफ ओल्ड मार्केट एरिया और स्मार्ट रोड नेटवर्क के अन्तर्गत बाजार के सौंदर्यीकरण का कार्य चल रहा है। हालांकि कार्य दिसंबर में ही पूरा हो जाना था। लेकिन कार्यदायी संस्थाओं जिसमें बिजली विभाग और उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम की सुस्ती से काम लटका रहा। जिसके चलते इसकी अवधि जून तक बढ़ाई गई। अब अधिकारियों का जोर इसे हर हाल में पूरा कराना है। लेकिन फिर भी बुध बाजार में अभी काम में विलंब हो रहा है। एक तरफ जहां सड़क पर इंटरलाकिंग की ईंटे बिछाई जा रही हैं तो डिवाइडर पर फिनिशिंग का काम भी अधर में है। काम के चलते दुकानों के आगे मलबा होने से ग्राहकों के न आने से कारोबार चौपट होने से व्यापारियों में नाराजगी है।
पिछले दिनों नगर विधायक रितेश गुप्ता व्यापारियों के साथ पीलीकोठी स्थित शिविर कार्यालय पहुंचकर नगर आयुक्त व स्मार्ट सिटी मिशन लिमिटेड के सीईओ दिव्यांशु पटेल से मुलाकात कर नाराजगी जताई थी। उन्होंने काम में तेजी लाने और व्यापारियों का उत्पीड़न न करने के लिए कहा था। मंडलायुक्त के निर्देश पर बुध बाजार में दुकानों के आगे वेडिंग जोन एरिया में शेड लगाए जाएंगे जिससे गर्मी में धूप और बरसात में पानी से बचाव हो सकेगा। लेकिन राजकीय निर्माण निगम की ओर से अभी भी कार्य रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है।
अपर नगर आयुक्त प्रथम व स्मार्ट सिटी के एसीईओ अतुल कुमार का कहना है कि बुध बाजार में सभी कार्य मई में ही पूरा कराने का प्रयास है। इसके लिए कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधियों को भी निर्देश दिए हैं। काम में तेजी लाकर समय से पूरा कराना प्राथमिकता है।
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