पीलीभीत: महिला और पुरुष अस्पताल के CMS को चेतावनी...एडी हेल्थ ने भेजा पत्र, जानें पूरा मामला
पीलीभीत, अमृत विचार। 19 दिन पहले मेडिकल कॉलेज की एमसीएच विंग में इलाज कराने आई प्रसूता बिना चेकअप किए ही गेट से लौटा दी गई थी। बाद में उसकी मौत हो गई थी। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप मच गया था। मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए अफसर दिन रात जुटे रहे थे।
इस पर एडी हेल्थ ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच कराकर सीएमएस पुरुष और महिला दोनों को चेतावनी जारी की है। साथ ही एडी हेल्थ ने दोनों सीएमएस को प्रतिदिन निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं। वहां आने वाले मरीजों और तीमारदारों को समुचित इलाज की व्यवस्था कराने के लिए निर्देशित किया है। चेतावनी दी है कि अगर दोबारा किसी तरह की लापरवाही सामने आई तो कार्रवाई तय है।
इस परिजन बेहोशी की हालत में ई-रिक्शा से ही सात माह की गर्भवती को माधोटांडा रेलवे क्रासिंग के निकट एक हॉस्पिटल ले गए। मगर उसे वहां भी इलाज नहीं मिल सका। परिजन बेहोशी की हालत में ही रात घर ले गए। पूरी रात घर पर बेहोश पड़ी रही थी। दूसरे दिन सुबह शहर के एक अन्य निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से आठ मई को इलाज के दौरान गर्भवती को रेफर कर दिया गया।
इसके तुरंत बाद गर्भ में पल रहे बच्चे सहित गर्भवती की मौत हो गई थी। महिला और बच्चे की मौत होने के बाद मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ और खलबली मच गई। डीएम संजय कुमार समेत कई जनपद स्तरीय अफसरों ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया था।
इधर, इस मामले में शासन की सख्ती के बाद एडी हेल्थ डॉ. पुष्पा पंत ने जांच कराने के बाद सीएमएस महिला अस्पताल डॉ. राजेश और सीएमएस पुरुष अस्पताल डॉ. संजीव सक्सेना को चेतावनी जारी की है। जारी किए गए पत्र में उन्होंने कहा है कि दोनों सीएमएस भविष्य इस तरह का प्रकरण दोबारा न दोहराएं। इसके लिए प्रतिदिन अपने अपने अस्पतालों का निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाएं में सुधार करें। साथ ही ओपीडी में मरीजों के लिए दवा और उनके बैठने की समुचित व्यवस्था कराई जाए।
महिला की मौत के मामले में लापरवाही सामने आने पर दोनों सीएमएस को चेतावनी स्वरुप नोटिस जारी किया गया है।साथ ही अस्पताल में प्रतिदिन निरीक्षण और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा प्राचार्य को भी पत्र भेजकर आपसी समन्वय स्थापित करते हुए व्यवस्थाओं को ठीक कराने के लिए कहा गया है। ताकि भविष्य में इस तरह की गलती दोबारा सामने न आ सके। - डॉ. पुष्पा पंत, एडी हेल्थ
ये भी पढे़ं- पीलीभीत: एमओआईसी ने फार्मासिस्ट से की अभद्रता, ऑडियो वायरल..सीएमओ ने दोनों को हटाया