नहीं पसीजा अफसरों का दिल, दुष्कर्म की शिकार किशोरी ने खुले में मृत बच्चे को दिया जन्म... DM ने दिए जांच के आदेश
मेरठ। मेरठ जिले के सरधना थानाक्षेत्र में दुष्कर्म की शिकार 14 वर्षीय एक किशोरी द्वारा सरकारी अस्पताल के पास मृत बच्चे को जन्म देने के कुछ घंटे बाद पुलिस ने आरोपी रिश्तेदार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। नाबालिग पीड़िता के परिजनों ने पत्रकारों के सामने आरोप लगाया कि अस्पताल के डॉक्टरों ने नाबालिग की उचित देखभाल नहीं की।
आरोपों की जांच के लिए जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस के मुताबिक 14 साल वर्षीय किशोरी को उसके परिजन शुक्रवार सुबह सरधना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए। नाबालिग आठ महीने की गर्भवती पाई गई और उसने मृत बच्चे को जन्म दिया।
सरधना के थाना प्रभारी निरीक्षक (एसएचओ) प्रताप सिंह ने बताया, ''परिजनों द्वारा दर्ज की गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने शुक्रवार को भारतीय दंड संहिता की धारा 376 (बलात्कार) और पाक्सो अधिनियम के तहत आरोपी सुभाष के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की और उसे गिरफ्तार कर लिया।”
इस बीच पत्रकारों से बात करते हुए शुक्रवार को परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि नाबालिग को सीएचसी के कर्मियों ने भर्ती नहीं किया और उसने पास ही बच्चे को जन्म दिया। जिला सूचना अधिकारी के अनुसार, जिलाधिकारी दीपक मीणा ने परिवार के आरोपों की जांच करने के लिए अपर जिलाधिकारी सूर्यकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम का गठन किया है
जो यह पता करेगी कि नाबालिग को सीएचसी में चिकित्सा देखभाल प्रदान की गई थी या नहीं। पुलिस के मुताबिक, नाबालिग जिला महिला अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत स्थिर है। पुलिस ने मृत बच्चे के शव को पोस्टमार्टम और डीएनए जांच के लिए भेज दिया है।
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