पीलीभीत: धरना देना पड़ा महंगा, व्यापार मंडल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समेत 17 पर FIR...सरकारी कार्य में बाधा

निषेधाज्ञा उल्लंघन और भड़काने का आरोप

पीलीभीत: धरना देना पड़ा महंगा, व्यापार मंडल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समेत 17 पर FIR...सरकारी कार्य में बाधा

पीलीभीत, अमृत विचार। किराना व्यापारी और होमगार्ड के बीच गुटखा के रुपये के लेनदेन को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिस चौकी मझोला में धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी करना व्यापारी नेता को महंगा पड़ गया। इस मामले में चौकी इंचार्ज की तरफ से व्यापार मंडल की युवा विंग के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कपिल अग्रवाल समेत दो नामजद और 15 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिसमें सरकारी कार्य में बाधा डालने, निषेधाज्ञा का उल्लंघन और भड़काने का आरोप लगाया है।

मझोला चौकी इंचार्ज दीपचंद ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया कि 24 मई की सुबह आठ बजे कस्बा मझोला के राजीव कुमार सिंघल की दुकान पर यूपी 112 पर तैनात होमगार्ड हरप्रसाद के साथ गुटखा लेने के बाद रुपये के लेनदेन को लेकर विवाद हो गया था। जिसकी सूचना मिलने पर वह पुलिस बल के साथ मौके पर गए थे। 

इस दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए राजीव कुमार सिंघल से पूछताछ की गई। मौके पर मौजूद कपिल अग्रवाल  ने जनता में आक्रोश व्याप्त करने की नियत से जोर-जोर से चिल्लाकर भीड़ को एकत्र कर लिया। इसके बाद चौकी मझोला पर एक राय होकर कपिल अग्रवाल, नीतेश अग्रवाल अपने साथ 10-15 अन्य लोगों को लेकर आ गए। 

इस दौरान भी बताया गया कि वर्तमान में प्रदेश के अंदर आदर्श आचार संहिता एवं निषेधाज्ञा लागू है। ऐसे में आप लोग अपने घर चले जाएं, मगर कोई नहीं माना। कपिल अग्रवाल के कहने पर इन सभी ने चौकी के भीतर घुसकर उत्तेजित होकर नारेबाजली की  और बैठ गए। जिससे आदर्श आचार संहिता व निषेधाज्ञा का उल्लंघन हुआ। सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न् कर हंगामा किया गया। जिससे जनता के भीतर रोष व्याप्त हो गया। पुलिस ने मामले में कपिल अग्रवाल, नीलेश अग्रवाल और 15 अज्ञात पर रिपोर्ट दर्ज की है।

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