Kanpur: बस अड्डे पर पानी की समस्या विकराल, जनरथ बसों के एसी फेल, विश्राम कक्ष में लटकता मिला ताला, टूटी पड़ी कुर्सियां

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

कानपुर, अमृत विचार। रोडवेज की जनरथ एसी बसों के एसी गायब हो गए हैं। आम बसों की खिड़कियां भी लू और लपट को रोकने में असफल हैं। बस का इंतजार करने वाले यात्रियों का हाल और भी बुरा है। विश्राम कक्ष में ताला पड़ा और बैठने के लिए कुर्सियां टूटी हैं। 

शहर से 60 जनरथ बसों का संचालन होता हैं। इनमें एसी की समस्या सामने आने पर 14 बसों को विकास नगर में जबकि 4 बसें किदवई नगर डिपों में खड़ी करा दी गई हैं। 14 बसों का एसी मरम्मत के लिए हटाया गया है। अन्य बसों का भी हाल बेहाल है। रोडवेज अधिकारियों ने बताया कि इन बसों में लगे एसी की क्षमता सिर्फ 15 डिग्री सेल्सियस तापमान ही कम करने की है। 

ऐसे में भयानक गर्मी होने के चलते यह एसी बेअसर साबित हो रहे हैं। जनरथ बसों के एसी में समस्या आने पर हाल ही में दिल्ली से आई टीम ने इन बसों का निरीक्षण किया था। टीम के निरीक्षण के बाद ही बसों के अधिक गर्मी में बेअसर होने का खुलासा हुआ। उधर आम रोडवेज की बसों का भी हाल बेहाल हैं। बसों की खिड़कियां गर्म हवाओं को बस के भीतर आने से रोकने में अक्षम हैं। एक सप्ताह से बस अड्डे पर यात्रियों के लोड में भी कमी आई है। औसत यात्री लोड से 30 फीसदी यात्री कम हो गए हैं। 

अन्य सुविधाएं भी बेहाल

बस अड्डे पर अन्य यात्री सुविधाएं भी बेहाल हैं। यात्रियों के बैठने के लिए बने विश्राम कक्ष में ताला लटका हुआ है। यात्रियों को बसों का इंतजार गर्म हवाओं के बीच ही करना पड़ रहा है। बस अड्डे पर कुर्सियां भी टूटी पड़ी हैं। परिवार संग यात्रा करने वाले यात्रियों की यह समस्याएं और मुसीबत बढ़ा रही है।

नहीं नसीब ठंडा पानी

बस अड्डे पर यात्रियों को ठंडे पानी की सुविधा देने वाले वॉटर कूलर भी खराब हैं। इस वजह से यात्रियों को गर्म पानी ही उपलब्ध हो पा रहा है। मजबूरी में यात्रियों को दुकानों से ठंडा पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। 

बीमारी पर सुविधा नहीं

बसों से फर्स्ट एड किट गायब है। यात्रा के दौरान यदि यात्री की तबियत खराब होती है तो उसका उपचार करने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। 

यह भी पढ़ें- Kanpur: छात्र के गुप्तांग में दोस्तों ने टांगा था ईंट, दी तालिबानी सजा, कोर्ट ने जमानत की याचिका को किया खारिज

 

संबंधित समाचार