मुरादाबाद : पेट्रोल डालकर युवती को जिंदा जलाने की कोशिश, अस्पताल ले गई पुलिस...पिता-भाई समेत छह लोगों को किया नामजद
गुरुवार रात की घटना, दो घंटे तक कुंदरकी सीएचसी में चला था उपचार...
मुरादाबाद, अमृत विचार। युवती से गाली-गलौज कर मारपीट करने और पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जलाने की कोशिश का मामला सामने आया है। पेट्रोल पड़ने के बाद चीखती-चिल्लाती वह घर से भागकर करीब एक किमी दूर मार्ग पर पहुंची थी, जहां उसे देख लोगों की भीड़ जमा हो गई। किसी राहगीर की कॉल पर मौके पर पहुंची पुलिस पीड़िता को अस्पताल ले गई थी। यह पूरा मामला कुंदरकी थाना क्षेत्र का कस्बे के मुहल्ला नूरुल्ला का है।
इस मामले में पीड़िता ने अपने ही परिवार में पिता समेत छह लोगों के विरुद्ध जानलेवा हमला करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता ने बताया कि पेट्रोल पड़ने से उसके शरीर में फफोले पड़ गए हैं। आंख में भी चोट है। पेट में भी लात-घूसे लगने से चोट आई है। उसके मुंह में भी पेट्रोल चला गया था।
पीड़िता तबस्सुम बी (27) के मुताबिक, घटना गुरुरवार 30 मई की रात 8 बजे की है। भाई मुकीम, इसकी पत्नी उससे और मां अफरोज से उलझ रहे थे। फिर कुछ देर बाद पिता इलियास खां, भाई मुकीम, मुजीब, बहन शबीना और इसका पति जुम्मा पीड़िता व उसकी मां से गाली-गलौज करने लगे थे। पूर्व के दो मुकदमे वापस लेने का दबाव बनाने लगे, जिस पर पीड़िता ने प्रतिक्रिया दी तो आरोपी उसके साथ मारपीट करने लगे थे। भाई मुकीम की पत्नी शेहराज, बहन शबीना व पिता इलियास ने पीड़िता को जान से मारने का प्रयास करने लगे। भाभी शेहराज पेट्रोल ले आई और शबीना ने पीड़िता को पकड़ लिया तो पिता ने उस पर पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जलाने की कोशिश की। इसी बीच मौका पाकर पीड़िता तबस्सुम बी जान बचाकर चीखती-चिल्लती घर से भागकर बाहर निकल आई।
सड़क पर भागते-भागते वह पाकबड़े अड्डे पर पहुंच गई। पीड़िता को देखकर मार्ग पर लोगों की भीड़ भी जुट गई थी। खबर पाकर सरकारी जीप से पुलिस भी आ गई थी। फिर पुलिस उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले गई, जहां डॉक्टरों ने उसका इलाज किया। फिर दो घंटे बाद स्वास्थ्य में सुधार देखकर डॉक्टरों उसे छुट्टी दे दी थी। फिलहाल, इस पूरे मामले में पीड़िता तबस्सुम बी ने अपने पिता इलियास खां, भाई मुकीम व मुजीब, बहन शबीना, बहनोई जुम्मा व भाभी शेहराज को नामजद किया है। पीड़िता ने बताया कि अब उसकी मां तीसरे नंबर की बहन तरन्नुम के घर रह रही है।
पीड़िता चार बहनों शबीना, अंजुम, तरन्नुम में सबसे छोटी है। इसके दो भाई मुकीम व मुजीब हैं। पीड़िता ने बताया कि घटना की रात में वह थाने गई थी तो पुलिसकर्मियों ने सुबह आकर तहरीर देने को कहा था। हालांकि घटना की रात में ही पुलिस इलियास को पकड़ लाई थी। दूसरे दिन शुक्रवार दोपहर 12 बजे के दौरान पुलिस मुजीब व मुकीम को पकड़ लाई थी। इलियास को छोड़ भी दिया था। कुछ देर बाद मुजीब व मुकीम का शांतिभंग में चालान कर उन्हें भी छोड़ दिया था।
पिछले साल भी दर्ज कराए थे दो मामले
पीड़िता ने बताया कि वह घर की छत पर मां के साथ टिनशेड में रहती है। पिता, बहन, भाई व भाभी उन दोनों, मां-बेटी को पंसद नहीं करते हैं। तबस्सुम अधिवक्ता है, वह अभी प्रैक्टिस कर रही है। उसने बताया कि पिछले साल भी इन आरोपियों ने उसे और उसकी मां को मारा था। तब उसने 6 जुलाई 2023 को मारपीट के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद 3 सितंबर 2023 को भी इन लोगों ने उस पर जानलेवा हमला किया था। ये दोनों मामले न्यायालय में विचाराधीन हैं। इसमें भाई मुकीम 19 दिन तक जेल में निरुद्ध भी रहा था। इसके बाद वह पत्नी को लेकर लाइनपार वाले घर में रहने लगा था, जो अब फिर पुराने घर में आकर रहने लगा है। पीड़िता का आरोप है कि आरोपी नित नए बहाने कर उसे और उसकी मां से गाली-गलौज कर मारते-पीटते हैं। खाना-पानी न देकर भूखा रखते हैं। घर से भाग जाने को कहते हैं।
इस मामले में कोई सच्चाई नहीं है। तबस्सुम के पहले से ही दो मामले चल रहे हैं। इसी तमाशे में वह फिर थाने आई थी तो हमने उसकी तहरीर पर एफआईआर लिख ली है। नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी तभी करेंगे जब जांच में आरोप सत्य मिलेंगे। रही बात पीड़िता के मेडिकल परीक्षण की तो खुद उसी ने अपना मेडिकल कराया है, हमने कोई भी मेडिकल नहीं कराया है।- संजय कुमार पांचाल, थानाध्यक्ष-कुंदरकी
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