मुरादाबाद : जीआई सर्वे से बढ़ा 30 गुना हाउस टैक्स, महानगर के निर्यातकों में रोष
जिम्मेदार बोले- गृहकर जमा करने के लिए तैयार किया जाएगा अलग काउंटर
मुरादाबाद, अमृत विचार। महानगर में हुए नगर निगम के जीआई सर्वे को लेकर लोगों में रोष है। आरोप है कि गलत सर्वे का नतीजा गृहकर दाता भुगत रहे हैं। बीते दिनों इस समस्या को लेकर कुछ निर्यातकों महापौर और अपर नगर आयुक्त मुलाकात कर बताया कि जहां कुछ माह पहले तक 400 रुपये गृह कर दे रहे थे, वहां अब 12 हजार रुपये देने पड़ रहे हैं। परेशान होकर आए दिन लोग निगम के चक्कर काट रहे हैं। 30 गुना तक बढ़ाए गए टैक्स को निर्यातकों ने दुरुस्त किए जाने की मांग की है।
निर्यातकों का कहना है कि हाउस टैक्स तो बढ़ा दिया, लेकिन महानगर के ज्यादातर मोहल्ले में जो सड़कें जर्जर स्थिति में हैं, उसे दुरुस्त कराने के लिए जिम्मेदारों ने एक बार भी नहीं सोचा। निर्यातकों का कहना है कि हाउस टैक्स कम होना चाहिए। वहीं अपर नगर आयुक्त अतुल कुमार ने आश्वासन दिया कि गृहकर जमा करने के लिए अलग से एक काउंटर तैयार कराया जाएगा। जिसके बाद किसी को यह लगता है कि सर्वे के बाद उसका टैक्स निर्धारण गलत हुआ है तो वह संबंधित जोन में जोनल अफसर और कर अधीक्षक के पास जाकर आपत्ति दर्ज करा सकता है। जांच कर उसे दुरुस्त कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर जोनल स्तर पर सुनवाई नहीं हो तो मुख्यालय आकर मिल सकते हैं। शिकायत का निस्तारण जरूर किया जाएगा।
एक तो छोटे निर्यातक पहले ही परेशानी झेल रहे थे। अब हाउस टैक्स 30 गुना बढ़ा दिया गया है। जिससे छोटे निर्यातकों व कारोबारियों को काफी परेशानी होगी। इसलिए नगर निगम के अधिकारियों को हाउस टैक्स कम करना चाहिए। - नावेद खान, निर्यातक
उद्यमी पहले से मंदी की मार झेल रहे हैं। ऐसे में जिम्मेदारों को हाउस टैक्स को कम करना चाहिए। इस संबंध में महापौर विनोद अग्रवाल व अपर नगर आयुक्त से भी निर्यातकों ने मुलाकात की थी। इस पर उन्होंने जल्द ही इसका निस्तारण कराने का आश्वासन दिया।- नावेद उर रहमान, निर्यातक
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