Kanpur News: पान-मसाला के नए नियम से होगा उत्पीड़न...व्यापारियों के विरोध पर मिली दो दिन की मोहलत
खाद्य सुरक्षा व औषधि राज्यमंत्री ने विचार की बात कही
कानपुर, अमृत विचार। तंबाकू व पान-मसाला की एक साथ बिक्री पर रोक के संबंध में रविवार को कलेक्ट्रेट में अपर जिलाधिकारी, खाद्य एवं औषधि प्रशासन व व्यापारियों की बैठक हुई। जिसमें व्यापारियों ने कहा कि जारी आदेश की गलत व्याख्या की जा रही है। आदेश में निर्माण इकाइयों का जिक्र है, मगर अब उसमें शहर के छोटे दुकानदारों को भी शामिल किया जा रहा है। यह भी कहा कि व्यापारियों को पास जो माल है, वह उसे कहां ले जाए। इस पर अधिकारियों ने दो दिन की मोहलत दी है।
आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन की ओर से जारी अधिसूचना में एक परिसर में पान-मसाला व तंबाकू निर्माण, बिक्री रोकने का आदेश है। इसी पर रविवार को व्यापारियों ने कलेक्ट्रेट में अधिकारियों संग बैठक की। बैठक में अपर जिलाधिकारी राजेश कुमार, खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक आयुक्त-खाद्य विजय प्रताप सिंह रहे।
भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश वरिष्ठ महामंत्री ज्ञानेश मिश्र ने कहा कि संबंधित आदेश की गलत व्याख्या की जा रही है। आदेश केवल निर्माण इकाइयों पर लागू है। इसमें छोटे दुकानदारों को घसीटा जा रहा है। माल भंडारण का हवाला देने पर अधिकारियों ने दो दिन का समय दिया। बैठक के बाद व्यापारियों ने खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रसाशन राज्यमंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु से फोन पर वार्ता की और पूरी जानकारी दी।
इस पर उन्होंने मामले पर विचार करने का आश्वासन दिया। व्यापारियों ने अपर जिलाधिकारी को भी आदेश के संबंध में दोबार विचर करने को कहा। वहीं सहायक आयुक्त-खाद्य ने कहा कि आदेश गुमटी लगाने वालों से लेकर सभी व्यापारियों पर लागू होता है और इसकी जांच की जाएगी। ज्ञानेश मिश्रा ने अपर जिलाधिकारी को आदेश का हवाला देकर बताया कि गुमटी लगाने वाले दुकानदार जिनके पास गुमटी लगाने के पते का कोई प्रूफ नहीं है। वह फ्रूड लाइसेंस लेने कहा जाएगा।
आदेश का गलत हवाला देकर छोटे दुकानदारों को परेशान करना उचित नहीं है। इससे दुकानदारों का उत्पीड़न की संभावना है। बैठक में प्रमुख रूप से भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के महानगर युवा अध्यक्ष आशीष मिश्र, उपाध्यक्ष केके गुप्ता, एसके चौरसिया, अजय त्रिवेदी, आयुष्मान गुप्ता, मोहित केसरवानी, सुशील महेश्वरी, नवल किशोर, पंकज सहगल, रानू मिश्र, नितिन गुप्ता, गौरव गुप्ता, हरीश गांधी, शिवा सैनी, चंद्रप्रकाश चौरसिया, श्याम चौरसिया आदि रहे।
