गरमपानी: पहले गांव में पहुंचाया पानी, फिर बजी शहनाई

गरमपानी: पहले गांव में पहुंचाया पानी, फिर बजी शहनाई

गरमपानी, अमृत विचार। ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बावजूद जल संस्थान के अधिकारी व्यवस्था दुरुस्त करने के ठोस उपाय करते नहीं दिख रहे हैं। हाईवे से सटे ज्याड़ी गांव में हालात और भी खराब हैं। यहां एक शादी समारोह में 10 हजार रुपये खर्च कर वाहन से पानी पहुंचाया गया, जिसके बाद विवाह कार्यक्रम संपन्न हुआ।

गांवों में बूंद-बूंद पानी के लिए हाहाकार मच गया है। शहर से छुट्टियां बिताने गांव में पहुंचे लोग भी दूरदराज के प्राकृतिक जल स्रोतों से पानी ढोने को मजबूर हो रहे हैं। शादि समारोह, धार्मिक अनुष्ठान व अन्य आयोजनों में पहले पानी को लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है। पानी के बगैर परेशानी न हो, इसके लिए बकायदा अलग से बजट भी रखा जा रहा है। ताड़ीखेत ब्लॉक के ज्याड़ी गांव में हालात बेहद खराब हैं।

बीते रोज गांव में शादी समारोह होने पर 10 हजार रुपये खर्च करने के बाद बमुश्किल पिकअप वाहन से पानी गांव तक पहुंचाया गया। व्यापारी नेता पंकज नेगी के अनुसार परिवार में शादी समारोह होने पर पानी की आपूर्ति के लिए जल संस्थान के अधिकारियों से संपर्क साधा पर विभागीय अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया।

मजबूरी में दस हजार रुपये में वाहन की बुकिंग कर सुदूर प्राकृतिक जल स्रोत से टंकियां में पानी भरकर गांव तक पहुंचाया गया। तब जाकर कार्यक्रम आगे बढ़ सका। गांव में लगातार पेयजल संकट गहराने से ग्रामीणों में नाराजगी है। उन्होंने जल्द व्यवस्था में सुधार न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।