अल्मोड़ा: जिलेभर में भारी बारिश से जनजीवन पटरी से उतरा, एक स्टेट हाइवे व 6 ग्रामीण सड़कें बाधित

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Published By Bhupesh Kanaujia
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अल्मोड़ा, अमृत विचार। जिले में बीते तीन दिन से हो रही आफत की बारिश ने लोगों की दुश्वारियां बढ़ा दी हैं। लगातार हो रही बारिश से जहां जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। वहीं, ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की दिनचर्या पटरी से उतर गई है। कई क्षेत्रों में भूस्खलन और बिजली-पानी की समस्या बढ़ गई है। जबकि कई आवासीय भवनों की सुरक्षा दीवार ढहने से भवन खतरे की जद में आ गए हैं।

जिले में भारी बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। सड़कों में मलबा और बोल्डर आने से यातायात प्रभावित हो गया है। इससे लोगों की परेशानी बढ़ते जा रही है। रविवार को जिले की एक स्टेट हाइवे खैरना-रानीखेत-रामनगर और छह ग्रामीण सड़कें बंद रही। इससे कई गांवों के ग्रामीण अलग-थलग पड़ गए हैं। वहीं, जिला मुख्यालय में सड़कों पर पानी बहने से राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रविवार को अवकाश के बीच भारी बारिश के चलते अधिकांश समय लोग घरों पर ही रहे। 

इन 6 ग्रामीणों सड़कों में आवाजाही बाधित
पोखरी-बैगनिया, खूट-धामस-बसर गांव, अल्मोड़ा घाट मोटर मार्ग के तलेट बैंड से बिरकोला से भैसोड़ी मल्ली मोटर मार्ग, जैंती-नया संग्रोली मोटर मार्ग, जैंती-पिपली-सेल्टा-चापड़, चायखान-धारखोला मोटर मार्ग में मलबा और बोल्डर आने से बाधित रही। हालांकि प्रशासन की ओर से इन मार्गों को खोलने के लिए जेसीबी लगाई गई है।

खत्याड़ी में आवासीय भवन की सुरक्षा दीवार गिरी
भारी बारिश से नगर के खत्याड़ी निवासी राजेंद्र सिंह कनवाल के भवन की सुरक्षा दीवार भारी बारिश के चलते ढह गई है। जिससे मकान को खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। इधर, नगर के ढुबकिया मोहल्ले में भूस्खलन से निर्मला देवी का मकान खतरे की जद में आ गया है। वहीं, तून और खड़क का पेड़ भी आसपास के आवासीय कॉलोनी के लिए खतरा बना हुआ है। लोगों ने प्रशासन से जल्द पेड़ों को काटने की मांग की है।

बुढ़ाधार में कई घरों के आंगन क्षतिग्रस्त
ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर जिला मुख्यालय तक वर्षा अब आफत बनकर बरस रही हैं। 2013 में आपदा की मार झेल चुके बुढ़ाधार के ग्रामीण वर्षा से सहम गए हैं। गांव में एक बार फिर आपदा जैसे हालात पैदा होने लगे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वर्षा के बाद आनंद राम के आंगन की सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई है।

सांईबाबा मंदिर की दीवार भी ढह गई है। जबकि तरमोली मोटर मार्ग का मलबा भी लोगों के घरों तक पहुंच गया है। ग्रामीणों ने अब शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई हैं। प्रधान पूजा देवी और भाजपा के अनुसूचित जाति मंडल अध्यक्ष संतोष राम ने बताया कि भारी बारिश से लोग सहमे हुए हैं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 65 से अधिक परिवार निवास करते हैं।

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