Lucknow news: सीएम योगी ने ध्वस्तीकरण पर लगाई रोक, रिवर बेड की जद में आने वाले भवनों पर हुआ ये निर्णय    

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Published By Jagat Mishra
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लखनऊ, अमृत विचार। कुकरैल नदी पुनर्जीवन परियोजना के तहत लखनऊ के रहीम नगर, पंत नगर, इंद्रप्रस्थ नगर और अबरार नगर में भले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ध्वस्तीकरण कार्रवाई पर रोक लगा दी हो, लेकिन इन चारों इलाकों में प्रशासन की ओर से कई मकानों पर बुलडोजर एक्शन हो सकता है। इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दी है। फिलहाल, मकान की वैध रजिस्ट्री होने पर सरकार की ओर से मुआवजा मिलेगा। 

बता दें कि NGT के आदेशानुसार सिंचाई विभाग ने कुकरैल नदी को प्रदूषण मुक्त और पुर्नजीवित करने के लिए रहीम नगर, पंत नगर, इंद्रप्रस्थ नगर और अबरार नगर में नदी के फ्लड प्लेन जोन को चिह्नित किया था। बताया जा रहा है कि नेशनल मिशन फार क्लीन गंगा (NMCG) की अधिसूचना-2016 के क्रम में इन चारों कॉलोनियों में लाल निशान लगाए गए थे। लाल निशान लगने के बाद स्थानीयों में भय और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी।

दरअसल, कुकरैल नदी को दो जोन में विकसित किया जाना है। सिंचाई विभाग ने NGT के आदेशानुसार कुकरैल नदी में पहला नदी तल और दूसरा फ्लड प्लेन जोन को चिन्हित किया है। सिंचाई विभाग के मुताबिक कुकरैल नदी का रिवर बेड लगभग 35 मीटर चौड़ाई में विकसित किया जाना है। वहीं फ्लड प्लेन जोन नदी के किनारे से 50 मीटर तक चिन्हित किया गया है। ऐसे में नदी के रिवर बेड को विकसित करने और 35 मीटर चौड़ाई की जद में कई मकानों के आने की संभावना है।

वहीं मंगलवार को कुकरैल नदी पुनर्जीवन परियोजना से प्रभावित परिवारों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रिवर बेड विकसित करने में यदि कोई निजी भूमि पर बना भवन निर्माण आता है, जिसका प्रमाणित स्वामित्व किसी निजी व्यक्ति का है, तो उसे नियमानुसार समुचित मुआवजा देकर अधिग्रहित किया जाएगा।

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