कासगंज : रात में धरने के कारण अवरुद्ध रहा मार्ग, सुबह से नहीं खुले बाजार...पुलिस को क्यों करना पड़ा लाठी चार्ज?
साढ़े छह घंटे तक पटियाली तिराहे पर होता रहा हंगामा, तीन बार की वार्ता हुई विफल, पुलिस बरतती रही सख्ती
गंजडुंडवारा, अमृत विचार। रात भर गर्मी में पुलिस हांफती नजर आई। साढ़े छह घंटे तक का हंगामा रहा। धरने के बीच नारेबाजी हो रही थी। पटियाली तिराहे पर धरना था और जाम लगा हुआ था। मार्ग अवरुद्ध था। आने वाले आने जाने वाले वाहनों को रूट डायवर्ट कर निकाला जा रहा था। रात भर हंगामा हुआ और सुबह से ही मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के बाजार विरोध के चलते बंद हो गए। मामला तूल पकड़ता ही जा रहा था। डीएम और एसपी ने हर पल संज्ञान लिया।
एडीएम और एएसपी को घटनास्थल पर भेजा और मामले में पूरी जांच कर कार्रवाई का भरोसा देने की बात कही। एडीएम-एएसपी पहुंचे। उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को सुना। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज से वार्ता की। उसके बाद काफी देर तक वार्ता का दौर जारी रहा। फिर अधिकारियों ने आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा दिया और लिखित शिकायत ली। उसके बाद आक्रोश शांत हुआ। मुस्लिम समुदाय के लोग पटियाली तिराहे पर धरने से हट गए। फिर मार्ग सुचारू हो गया। हालांकि, रूट डायवर्ट होने के कारण लंबा जाम नहीं लग सका।
रात को जब पुलिस ने लाठी चार्ज किया। उसके बाद से ही मुस्लिम समुदाय के लोग नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। पुलिस प्रशासन के विरुद्ध लोगों में आक्रोश बढ़ता ही जा रहा था ।रात भर पुलिस बेवस दिखाई दी। अधिकारी समझाते रहे, लेकिन उच्च अधिकारियों को बुलाने की मांग पर मुस्लिम समुदाय के लोग धरना देने के साथ ही पटियाली तिराहे पर जाम लगा कर बैठ गए। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज के नेतृत्व में आंदोलन जारी रहा। डीएम और एसपी को बुलाकर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग पर धरना देने वाले पीछे हटने को तैयार नहीं थे। फिर एडीएम राकेश पटेल और एएसपी राजेश भारती पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। इधर रात को मार्ग अवरुद्ध रहा और सुबह से ही मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र के बाजार नहीं खुले।
मौके पर पहुंचे एडीएम, एएसपी ने यहां पहले से तैनात पटियाली सीओ विजय राणा से पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली और धरना दे रहे मुस्लिम समाज के लोगों से बातचीत की। साथ ही समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता से भी वार्ता की। उनसे कहा गया कि आक्रोशित लोगों को समझाएं जो भी आरोपी होगा उस पर कार्रवाई की जाएगी, लेकिन लोग तत्काल कार्रवाई की मांग पर पड़े हुए थे। फिर अधिकारियों ने लिखित में शिकायती पत्र मांगा। शिकायती पत्र मिलने के बाद हर हाल में कार्रवाई का भरोसा मिला तब आक्रोशित लोग माने और धरना स्थल से हट गए।
फिर सुपुर्द ए खाक हुआ ताजिया
जब अधिकारियों ने आरोपियों पर कार्रवाई का भरोसा दे दिया और धरना खत्म हो गया। तब मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ताजिया को सुपुर्द ए खाक किया और अपनी रस्मो रिवाज पूरी की।
ड्रोन से होती रही निगरानी
गंजडुंडवारा काफी संवेदनशील क्षेत्र है। यहां किसी भी खतरे की आशंका को नकारा नहीं जा सकता, क्योंकि पहले भी यहां हंगामा एवं दंगा हो चुका है। ऐसे में पुलिस को विशेष सतर्कता दिखानी पड़ी और ड्रोन कैमरे से निगरानी कराई गई।
दो पुलिसकर्मियों के विरुद्ध की शिकायत
मुस्लिम समुदाय की ओर से पुलिसकर्मी रामनाथ और अश्वनी को आरोपी बताया गया और उनके विरुद्ध कार्रवाई की मांग की गई। एडीएम और एएसपी ने कार्रवाई का भरोसा दिया है। दोनों पुलिस कर्मियों पर कभी भी कार्रवाई हो सकती है।
एएसपी बोले- शराब के नशे में ड्यूटी नहीं करती पुलिस
एडीएम और एएसपी कस्बा गंजडुंडवारा पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित लोगों से ज्ञापन लिया। एएसपी राजेश भारती ने जो शिकायत थी उन सभी शिकायतों पर जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिया। एक पत्रकार द्वारा पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि पुलिस जनता की सुरक्षा करती है। शराब के नशे में ड्यूटी नहीं करती। हर पहलू पर जांच की जाएगी। जो भी पुलिसकर्मी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी। लाठी चार्ज की आवश्यकता क्यों पड़ी इसकी भी जांच होगी।
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