Kanpur: डिजिटलाइजेशन का समर्थन करना शिक्षक को पड़ा भारी; राष्ट्रीय शिक्षक महासंघ ने जनपदीय दायित्व से किया बाहर

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। ऑनलाइन हाजिरी के पक्ष में बयान देने पर एक शिक्षक से राष्ट्रीय शिक्षक महासंघ ने जिलास्तर का दायित्व छीन लिया। शिक्षक पर आरोप है कि उन्होंने लखनऊ में डिजिटलाइजेशन का समर्थन किया था। उधर शिक्षक का कहना है कि उन्होंने ऑनलाइन हाजिरी का समर्थन नहीं बल्कि डिजिटलाइजेशन का समर्थन किया था।

राष्ट्रीय शिक्षक महासंघ, उत्तर प्रदेश (माध्यमिक संवर्ग) ने शिक्षक सर्वेश तिवारी को उनके जनपदीय दायित्व से निलंबित कर दिया है। संगठन ने पत्र जारी कर शिक्षक पर आरोप लगाए कि उनका डिजिटलाइजेशन का समर्थन करना शिक्षक हित में नहीं हैं। हर सहाय जगदम्बा इंटर स्कूल में प्रवक्ता पद पर कार्यरत शिक्षक सर्वेश तिवारी ने कहा कि उन्होंने अपने वक्तव्य में डिजिटलाइजेशन का समर्थन किया था। 

उन्होंने कहा था कि निजी स्कूलों से मुकाबले के लिए सरकारी स्कूलों का डिजिटलाइजेशन अति आवश्यक है। उन्होंने डिजिटल अटेंडेंस को लेकर कोई वक्तव्य नहीं दिया। उन्होंने न ही इसका समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि बेसिक शिक्षा में डिजिटलाइजेशन का लाभ आज छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी मिल रहा है। 

छुट्टियां लेना हो या फिर सीसीएल लेनी हो, शिक्षकों को बीआरसी के चक्कर नहीं काटने पड़ते। मोबाइल पर ऑनलाइन वो छुट्टियों के लिए आवेदन कर देते हैं। यह भी डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया का ही हिस्सा है। डिजिटल अटेंडेंस को लेकर उनका विरोध है। 

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