कैंसर से हार गए दिग्गज क्रिकेटर अंशुमन गायकवाड़, 71 साल की उम्र में हुआ निधन...इन खिलाड़ियों ने किया शोक व्यक्त
बेंगलुरु। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज अंशुमन गायकवाड़ का लंबी बीमारी के बाद बुधवार को यहां निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। भारतीय टीम के बेहतरीन ओपनर बल्लेबाजों में से एक रहे गायकवाड़ कैंसर से पीड़ित थे। वह टीम इंडिया के मुख्य कोच भी रहे थे। गायवाड़ के निधन की खबर से उनके प्रशंसक और क्रिकेट जगत शोक में डूब गया है। गायकवाड़ के निधन से भारतीय क्रिकेट ने एक ऐसे दिग्गज खिलाड़ी को खो दिया है, जिसने मैदान के अंदर और बाहर दोनों जगह महत्वपूर्ण योगदान दिया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर और हरभजन सिंह ने अंशुमन गायकवाड़ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें वास्तविक भद्रजन बताया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गायकवाड़ के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने गायकवाड़ को प्रतिभाशाली खिलाड़ी और शानदार कोच बताते हुए अपने शोक संदेश में कहा, अंशुमान गायकवाड़ जी को क्रिकेट में उनके अपार योगदान के लिए याद किया जाएगा। वह एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी और उत्कृष्ट कोच थे। उनके निधन से दुखी हूं। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति संवेदना। ओम शांति। गायकवाड़ ने भारत के लिए 40 टेस्ट और 15 वनडे मैच खेले थे। उन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन पारियां खेली, जिसमें से पाकिस्तान के खिलाफ 1983 में खेली गई 201 रनों की पारी भी शामिल है। भारत और पाकिस्तान के बीच यह मुकाबला पंजाब के जालंधर में खेला गया था।
Shri Anshuman Gaekwad Ji will be remembered for his contribution to cricket. He was a gifted player and an outstanding coach. Pained by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 31, 2024
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष और 1983 विश्व कप विजेता टीम के उनके साथी रोजर बिन्नी ने कहा कि क्रिकेट जगत को गायकवाड़ के योगदान की कमी खेलगी। बिन्नी ने बयान में कहा,अंशुमन गायकवाड़ का निधन भारतीय क्रिकेट के लिए एक बड़ी क्षति है। खेल के प्रति उनका समर्पण और प्यार अद्वितीय था। वह सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं थे, बल्कि कई लोगों के लिए गुरु और मित्र थे। क्रिकेट समुदाय उन्हें बहुत याद करेगा और उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
भारत की सीमित ओवरों की श्रृंखला के लिए अभी श्रीलंका गए गंभीर ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, अंशुमन गायकवाड़ जी के निधन की खबर से दुखी हूं। भगवान उनके परिवार और प्रियजनों को शक्ति दे। हरभजन के गायकवाड़ के साथ बहुत अच्छे संबंध थे। उन्होंने 1998 में जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था तब गायकवाड टीम के कोच थे।
हरभजन ने कहा,अंशुमन गायकवाड़ का निधन दिल तोड़ने वाली खबर है। उनके कोच रहते हुए टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण की मेरे साथ सुखद यादें जुड़ी हैं। वह वास्तव में भद्रजन थे। उनके निधन से भारतीय क्रिकेट को बड़ी क्षति पहुंची है। उनकी आत्मा को शांति मिले। परिवार के प्रति संवेदना। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, अंशुमान गायकवाड़ जी के निधन से गहरा दुख हुआ, एक महान क्रिकेटर, जिनके क्रिकेट कौशल ने भारतीय क्रिकेट का गौरव बढ़ाया। दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदनाएं हैं। ओम शांति।
BCCI Grieves the Loss of Aunshuman Gaekwad.https://t.co/OQGCADH8CT
— BCCI (@BCCI) August 1, 2024
बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने बयान में कहा,अंशुमन गायकवाड़ का निधन क्रिकेट समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्हें भारतीय क्रिकेट के एक सच्चे सेवक, उनके साहस, ज्ञान और खेल के प्रति समर्पण के लिए याद किया जाएगा। खेल में उनका योगदान महत्वपूर्ण रहा है और वह अपने पीछे एक विरासत छोड़ गए हैं। बीसीसीआई ने कहा कि गायकवाड़ ने बिना किसी हिचकिचाहट के दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों का सामना किया।
बोर्ड ने बयान में कहा, अपनी ठोस तकनीक और दृढ़ निश्चय के लिए मशहूर गायकवाड ने ऐसे समय में तेज गेंदबाजी के कुछ बेहतरीन स्पैल का सामना करते हुए अपना दृढ़ संकल्प दिखाया जब सुरक्षात्मक उपकरण बहुत कम हुआ करते थे। बीसीसीआई ने हाल में गायकवाड़ के उपचार के लिए एक करोड़ रुपये दिए थे, जिनका लंदन के किंग्स कॉलेज अस्पताल में इलाज चल रहा था। पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज़ राजा ने भी गायकवाड़ को श्रद्धांजलि देते हुए कहा,अंशुमान गायकवाड़ के निधन से बहुत दुखी हूं। एक मिलनसार, विनम्र सज्जन व्यक्ति। वह मेरे दिवंगत भाई के दोस्त थे, जिससे मैं उनका प्रशंसक बन गया। कैंसर के खिलाफ बहादुरी से लड़े और अपनी बल्लेबाजी की तरह अपना सब कुछ झोंक दिया।
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