Kanpur: चार-चार चालान भरने के बाद भी नहीं मिली राहत, अतिरिक्त दंड कैसे भरें?...टैक्सी स्वामी की आंखों से छलके आंसू
कानपुर, अमृत विचार। जो लोग कामर्शियल कोटे में पंजीयन कराकर रोटी रोटी चलाने का ख्वाब देख रहे हैं, उनके लिए ये बड़ा सबक है। एक टैक्सी वाहन चार-चार चालान होने के बाद जब कामर्शियल से प्राइवेट में तब्दील कराने पहुंचा तो चालान के अतिरिक्त दंड भुगतने के लिए उसके पास पैसे नहीं बचे। आखिरकर थक-हारकर वाहन स्वामी बोला, हुजूर आप हमारी टैक्सी ले लीजिए क्योंकि अब हमारे पास पैसे नहीं हैं।
दरअसल एक शख्स ने घर परिवार चलाने के लिए एक कार खरीदी और टैक्सी कोटे में उसका पंजीयन कराया लेकिन जब घाटा होने लगा तो उसने टैक्सी कोटे से पंजीयन निरस्त कराने का फैसला लिया। गुरुवार को जब वह आरटीओ कार्यालय पहुंचा तो वहां चार-चार चालान के अलावा 260100 रुपये का एक और चालान निकल आया। वाहन स्वामी ने वह भी भर दिया।
गुरुवार को वाहन स्वामी आरटीओ ऑफिस पहुंचा तो बताया गया कि चालान लेट भरा गया इसलिये अतिरिक्त चारों चालान का अलग से और चालान भरना होगा। ये सुनते ही वाहन स्वामी के आंसू छलक उठे और हाथ जोड़ते हुए बोला कि हुजूर अब आप हमारी कार ही ले लीजिए, हमारे पास पैसा नहीं बचा है और फिर वह मायूस होकर वापस चला गया। इस संबंध में एआरटीओ प्रशासन आलोक कुमार सिंह का कहना है कि आजकल ऑनलाइन चालान होते हैं, ऐसे में चालान तो भरना ही होगा, यदि चालान भरने में देरी हुई है तो उसका अतिरिक्त दंड भुगतना पड़ेगा।
आरटीओ कार्यालय गेट पर हेल्पलाइन काउंटर
संभागीय परिवहन कार्यालय में जब से एडीएम सिटी की टीम ने छापेमारी की है, उसके बाद भी आरटीओ कार्यालय में सन्नाटा पसरा है। आरटीओ अधिकारी इस बात को लेकर टेंशन में हैं कि आवेदक भी दहशत में अपना काम कराने के लिए नहीं आ रहे हैं। गुरुवार को संभागीय परिवहन कार्यालय के गेट के सामने हेल्पलाइन काउंटर खोल दिया गया ताकि बिना दलाल के यदि कोई कार्य कराने आए तो उसकी हेल्प की जा सके।
गेट के बगल में ही एक हैवी बोर्ड लगाया गया है जिसपर ये दर्शाया गया कि कौन से काउंटर पर कौन सा काम किया जाएगा। लेकिन संभागीय परिवहन कार्यालय में दहशत के मारे आवेदक नहीं आ रहे हैं। संभागीय परिवहन अधिकारियों का मानना है कि छापेमारी के दौरान कुछ ऐसे लोग भी पकड़ गये जो अपना काम कराने आये थे। इस संबंध में आरटीओ प्रशासन आलोक कुमार सिंह का कहना है कि लोग सीधे काउंटरों पर आयें और जहां कहीं दिक्कत हो, उनसे संपर्क करें।
