Exclusive: जरीब चौकी चौराहे पर बनेगा एलिवेटेड फ्लाईओवर, कंसल्टेंट टीम ने शुरू किया सर्वे, मंडलायुक्त को सौंपी जाएगी DPR

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अभिनव मिश्रा। जरीब चौकी चौराहे पर अब मल्टीडायरेक्शन अंडरपास नहीं बनेगा। भारी भरकम बजट और तकनीकी दिक्कतों के कारण अंडरपास निर्माण का इरादा छोड़ दिया गया है। इसकी जगह चौराहे पर एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाने का फैसला लिया गया है। इस संबंध में डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए कंसल्टेंट टीम का चयन भी कर लिया गया है। टीम ने एलिवेटेड फ्लाईओवर का सर्वे और डिजाइन का काम शुरू करके संबंधित संस्थानों से यूटिलिटी शिफ्टिंग का एस्टीमेट देने को कहा है। सेतु निगम एक माह के भीतर मंडलायुक्त को डीपीआर सौंप देगा। 

अनवरगंज से मंधना तक जीटी रोड के समानांतर दौड़ रही कासगंज रेलवे लाइन पर स्थित 16 क्रासिंग के कारण शहर में लगने वाले जाम से लोगों को छुटकारा दिलाने के लिए अनवरगंज-मंधना एलिवेटेड रेल ट्रैक निर्माण की योजना बनी है। इस काम में जरीब चौकी क्रासिंग बड़ी बाधा बनी हुई है। इसे देखते हुए  सेतु निगम ने जरीबचौकी से घंटाघर, पीरोड, रामादेवी और गोल चौराहे से कालपी रोड की ओर आवागमन के लिए डबल लेयर मल्टी डायरेक्शन अंडरपास की योजना तैयार की थी। इसे दो लेन में बांटा जाना था। 

एक लेन पीरोड और दूसरी घंटाघर थी। गोल चौराहे से कालपी रोड जाने वाले ट्रैफिक के लिए सिंगल एलिवेटेड लेन बनाया जाना था। अंडरपास की डिजाइन बनाने का जिम्मा गुड़गांव की कंसल्टेंट कंपनी को दिया गया था, जिसे नवंबर 2023 में रिपोर्ट देनी थी। लेकिन कंपनी की हीलाहवाली देखते हुए सेतु निगम ने लखनऊ की कंसल्टेंट टीम को काम दे दिया था, लेकिन उसने भी काफी समय लिया और 680 करोड़ का अनुमानित एस्टीमेट दिया। इस बीच योजना की धीमी चाल पर मंडलायुक्त अमित गुप्ता ने सेतु निगम को कड़ी फटकार लगाते हुए नोटिस तक जारी कर दिया। इस पर सेतु निगम अधिकारी कंसल्टेंट टीम को लेकर उनके पास पहुंचे। 

टीम ने मंडलायुक्त को 8 तकनीकी बिंदु गिनाते हुए कहा कि जरीब चौकी क्रासिंग पर अंडरपास बनाना संभव नहीं है। अंडरपास के लिए जमीन के नीचे 15 से 20 मीटर गहरी खोदाई करने पर चौराहे के आसपास तमाम भूखंड खतरे में पड़ सकते हैं। अंडरपास में बारिश का पानी भरने और ड्रेनेज सिस्टम फेल होने पर आवागमन ठप हो जाता है। इस पर मंडलायुक्त ने अंडरपास की योजना छोड़कर जरीब चौकी चौराहे पर एलिवेटेड फ्लाईओवर निर्माण के लिए आगे बढ़ने के निर्देश दिए। 

जरीबचौकी पर अंडरपास के स्थान पर एलिवेटेड फ्लाईओवर की योजना तैयार की गई है। सेतु निगम इसके लिए डीपीआर तैयार कर रहा है। अंडरपास में कई तरह की समस्याएं सामने आ रही थी, जिस कारण यह निर्णय लिया गया है। -अमित गुप्ता, मंडलायुक्त

शहर में पहला एलिवेटेड चौराहा,  400-400 मीटर के फ्लाईओवर

जरीब चौकी पर एलिवेटेड फ्लाईओवर का डीपीआर बनाने के लिए सेतु निगम ने गाजियाबाद की कंसल्टेंट टीम को चयनित किया है। टीम ने एके गुप्ता की अगुवाई में सर्वे किया है। सर्वे के मुताबिक जरीब चौकी क्रासिंग पर 400-400 मीटर लंबे एलिवेटेड फ्लाईओवर तैयार किया जाएंगे। क्रासिंग के ऊपर शहर का पहला एलिवेटेड चौराहा बनेगा। इसका डिजाइन वही रहेगा, जैसा अभी यह चौराहा है। 

घंटाघर जाने वाली लेन जरूर जगह के अभाव में टू लेन बनाई जाएगी, जबकि अन्य तीनों तरफ के रास्ते फोरलेन रहेंगे। एलिवेटेड फ्लाईओवर निर्माण के लिए सेतु निगम को कुछ स्थानों पर भूमि अधिग्रहण करना पड़ेगा। इसके लिए राजस्व विभाग को पत्र लिखा गया है। एक-दो दिन में राजस्व टीम मौका मुआयना करेगी। इसके साथ ही सेतु निगम ने केस्को, सीयूजीएल, जलकल, जल निगम समेत संबंधित विभागों को पत्र लिखकर शिफ्टिंग एस्टीमेट मांगा है।

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