Kanpur: इमामों ने बताई वक्फ संशोधन बिल की हकीकत, नमाजियों को संपत्तियों के कागजात दुरुस्त करने की दी नसीहत
कानपुर, अमृत विचार। आल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मस्जिदों के इमामों को पैगाम दिया था कि जुमा की नमाज से पहले तकरीर में लोगों को वक्फ संशोधन बिल की जानकारी देकर वक्फ संपत्ति के कागजात दुरुस्त करने के लिए आगाह करें। इसे देखते हुए शुक्रवार को जुमा की नमाज के बाद मस्जिदों में पेशइमाम ने लोगों को बताया कि अपनी कोई चल या अचल संपत्ति वक्फ (दान) करने से पहले उसके कागजात पूरी तरह ठीक कर लें, ताकि आगे कोई दिक्कत नहीं आए।
मस्जिद आयशा कुलीबाजार में शहरकाजी मौलाना हाफिज अब्दुल कुद्दूस हादी ने कहा कि गफलत और लापरवाही छोड़ दीजिए, वक्त के साथ बदलना होगा। अपने कागजात इतने मजबूत कर लें कि हर बड़ी मुश्किल का सामना कर सकें। जामा मस्जिद शफियाबाद चमनगंज में पेशइमाम मौलाना कारी मोहम्मद कासिम हबीबी ने कहा कि हम छोटी छोटी बातों को नजरअंदाज करते हैं जो फुंसी की तरह होती हैं और बाद में नासूर बन जाती हैं।
दादा मियां मस्जिद में नायब इमाम अबुल बरकात नजमी के अलावा अन्य मस्जिदों में इमामों ने लोगों को बताया कि वक्फ हमारा कीमती सरमाया है, हमारे पुरखों ने अल्लाह की रजा के लिए सवाब की नीयत से अपनी जायदादें अल्लाह की राह में वक्फ कर दीं। अब इनकी हिफाजत करना हमारी जिम्मेदारी है। 2013 वक्फ एक्ट में संशोधन होता है, तो वक्फ का उद्देश्य ही बदल जायेगा। वक्फ बोर्ड के अधिकार कम हो जाएंगे। वक्फ की संपत्तियों पर कब्जे आसान हो जाएंगे।
