Sabarmati Express Derail: रेल पटरी के टुकड़े को क्लैम्प के जरिए ट्रैक से कसा गया? आईबी और एटीएस ने शुरू की जांच
फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जांच पड़ताल के दौरान जताई आशंका
कानपुर, अमृत विचार। साबरमती एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने जांच-पड़ताल की तो ट्रैक के पास रेल पटरी का एक टुकड़ा मिला। यह करीब 2 से 3 फीट लंबा था।
इसके पास ही वह क्लैंप भी पड़ा मिला, जिससे पटरी को सीमेंट के बने गॉर्डर से कसा जाता है। टीम के सदस्यों ने आशंका जताई कि बरामद पटरी के टुकड़े को क्लैंप के जरिए ट्रैक से कसा गया होगा, ताकि ट्रेन दुर्घटना का शिकार हो जाए।
ट्रेन के चालक (लोको पायलट) के अनुसार ट्रैक पर रखा बोल्डर (पटरी का टुकड़ा) इंजन से टकराने के कारण इंजन का कैटल गार्ड बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर मुड़ गया। इसके बाद ही ट्रेन के 22 कोच पटरी से उतरने का हादसा हुआ।
इस दुर्घटना में किसी प्रकार की साजिश की आशंका के मद्देनजर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार, अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरीश चंदर, डीसीपी पश्चिम राजेश कुमार सिंह, इंटेलिजेंस ब्यूरो, एटीएस और अन्य जांच एजेंसियां मौके पर पहुंची।
अफसरों ने घटनास्थल का निरीक्षण करने के दौरान हर बिंदु और पहलू पर बारीकी से जांच की। पुलिस कमिश्नर ने घटनास्थल पर पड़े लोहे के बोल्डर को देखा। आला अफसरों ने भी आशंका जताई कि बहुत संभव है कि इसी बोल्डर को पटरी पर रखकर ट्रेन को दुर्घटनाग्रस्त करने की साजिश रची गई हो, ताकि यात्रियों की जानें चली जाएं।
ट्रेन की गति 90 किमी प्रतिघंटा होने से पटरियां उखड़ गईं और लोहे की क्लिप उखड़कर बिखर गईं। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि घटनास्थल का निरीक्षण किया गया है। रेलवे अपनी जांच करा रहा है। कमिश्नरेट पुलिस अपने स्तर पर जांच कर रही है। किसी साजिश की आशंका के मद्दे नजर घटनास्थल को जाने वाले रास्तों पर लगे सीसीटीवी भी देखे जा रहे हैं।