Auraiya: बैटल ऑफ बीझलपुर का स्मारक पर्यटन स्थल में होगा विकसित; जिलाधिकारी व CDO ने देखी जमीन

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Published By Deepak Shukla
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लेखपाल के न होने से नहीं हो सकी भूमि चिह्नित

औरैया, अमृत विचार। बैटल ऑफ बीझलपुर के क्रांतिकारियों की याद में बने स्मारक के दिन बहुरने वाले हैं। जिला प्रशासन की ओर से स्मारक को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए डीएम, सीडीओ ने स्थलीय निरीक्षण कर जमीन देखी। 

हालांकि लेखपाल के मौजूद न होने के चलते भूमि का चिन्हीकरण नहीं हो सका। जिलाधिकारी इंद्रमणि त्रिपाठी, सीडीओ रामसुमेर गौतम, तहसीलदार अजीतमल जीतेश वर्मा, थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने सोमवार दोपहर को बीझलपुर स्थित बैटल ऑफ बीझलपुर स्मारक का निरीक्षण किया। 

इस दौरान उन्होंने वन महोत्सव के दौरान यहां लगाए गए पौधों की स्थिति देखी इसके बाद पर्यटन स्थल बनाए जाने को लेकर स्मारक के पास मौजूद अयाना थाना व ग्राम सभा की जमीन देखी। तहसीलदार जीतेश वर्मा ने बताया कि स्मारक एक एकड़ में बना हुआ है। इससे सटी हुई अयाना थाना की करीब चार एकड़ जमीन पड़ी है। जोकि वर्तमान में निष्प्रयोज्य है। 

इसके अलावा ग्राम सभा की भी जमीन पास में खाली पड़ी है। क्षेत्रीय लेखपाल के न होने के चलते नक्शा नहीं मिल सका है। लेखपाल के आने के बाद आवश्यक्ता अनुसार भूमि को चिह्नित कर पर्यटन स्थल बनाए जाने की कवायद शुरू की जाएगी। बाद में जिलाधिकारी ने अयाना थाना का निरीक्षण किया। 

थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने जिलाधिकारी को बताया कि परिसर के चारों ओर बाउंड्री न होने के चलते आवारा जानवर परिसर में आ जाते हैं। जो कि परिसर में लगे पेड़ पौधों को नष्ट कर देते हैं। साथ ही आवासों में रह रहे पुलिस कर्मियों के बच्चों को भी इन जानवरों से खतरा रहता है। इसपर जिलाधिकारी ने जल्द ही थाना परिसर के चारों ओर बाउंड्री बनवाने का आश्वासन दिया है।

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