Kanpur: मदद के लिए रो पड़ा Avanish Dixit, रिमांड में बोला- मेरे साथ इस तरह का व्यवहार क्यों? और क्या कहा, यहां पढ़ें...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। कोतवाली थानाक्षेत्र में सिविल लाइंस इलाके में स्थित नजूल की 1000 करोड़ की जमीन पर साथियों के साथ कब्जा करने गए अवनीश दीक्षित को जेल भेज दिया गया था। जिसमें पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की थी। इस मामले में प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष को रिमांड पर लिया गया तो कई बातें सामने आई। 

पूछताछ के दौरान अवनीश दीक्षित ने पुलिस अधिकारियों से कहा कि मैं पुलिस परिवार से हूं और हमेशा से पुलिस का शुभ चिंतक रहा हूं। मेरे साथ ही इस तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है? ये मैं नहीं समझ पा रहा हूं। पुलिस के भरोसेमेंद सूत्रों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही एक इंस्पेक्टर की पोस्टिंग अवनीश ने कराई थी। 

जब ये इंस्पेक्टर उसके सामने पहुंचे तो उसने अवनीश ने कहा भाई साहब आप ही कुछ मदद कराइए, इतना कहकर वह रोने लगे और अपने पूर्व के संबंधों और लखनऊ से आने के दौरान मदद की इंस्पेक्टर को याद भी दिलाई। वर्ष 2018 में अवनीश ने प्रेस क्लब का चुनाव लड़ा था।

इस दौरान और इसके बाद उसके तमाम विरोधी उभर कर सामने आ गए थे। चुनाव जीतने के बाद एक के बाद एक उसके विरोधियों की संख्या बढ़ती गई। उसने अपने बयानों में कहा कि मैने किसी का बुरा नहीं किया उसके बाद भी न जाने क्यों मेरे विरोधी लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं।

कल होगा 50 हजार का ईनाम और 82 की कार्रवाई 

नवाब साहब का हाता निवासी अली अब्बास, बकरमंडी निवासी विसेंट विक्रम उर्फ विक्की चाल्र्स, जूही गैस गोदाम के पास रहने वाला संदीप शुक्ला, दूध वाला बंगला कोतवाली निवासी अर्पण एरियल, नौरिस एरियल, नौरिस की पत्नी कमला एरियल, नौरिस का बेटा अभिषेक एरियल उर्फ सोनू, झांसी निवासी हरेंद्र मसीह, सिविल लाइंस कोतवाली निवासी जितेश झा पर अब तक फरारी की वजह से 25 हजार का ईनाम था। मंगलवार को इन सभी पर 50 हजार का ईनाम हो जाएगा, साथ ही 82 की कार्रवाई भी की जाएगी।

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