लखीमपुर खीरी: गांव में मिले तेंदुआ के पग चिन्ह...दरवाजे पर बंधे बछड़े को बनाया निवाला
गन्ने के खेत में मिला आधा खाया हुआ बछड़े का शव
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। सदर तहसील के गांव जंगपुर में बुधवार रात घर के बाहर बंधा बछड़ा सुबह गायब मिला। इस पर घरवालों ने जब तलाश शुरू की तो उसका अधखाया शव गांव के बाहर एक गन्ने के खेत में दिखा। इससे ग्रामीण क्षेत्र में बाघ की मौजूदगी के डर से दहशत में आ गए। हालांकि बछड़े का शिकार होने की सूचना पर पहुंचे वन विभाग के लोगों ने पगचिन्ह देखकर तेंदुआ होने का दावा किया है।
गांव निवासी अय्यूब हसन ने बताया कि रोजाना की तरह बुधवार रात को भी घर के बाहर बछड़ा बंधा था। सुबह उठकर देखा तो वह गायब मिला। तलाश करने पर उसका अधखाया शव पूर्व प्रधान शहाबुद्दीन के खेत में मिला। इस पर जिला पंचायत सदस्य रजीउल्ला ने वन अधिकारियों को सूचित किया। शारदानगर रेंज के रेंजर अभय प्रताप मल्ल, डिप्टी रेंजर राजेश कुमार, वन दरोगा नागेंद्र पांडेय, अनिल कुमार, वन रक्षक विकास सिंह ने मौके पर पहुंचकर पग चिन्हों की पड़ताल कर तेंदुआ होना बताया। इससे गांव के लोग जंगली जानवर को लेकर दहशत में हैं। बछड़े के शव का पशु चिकित्साधिकारी डॉ. वीएन त्रिपाठी ने पोस्टमार्टम किया है।
तेंदुआ होने की आशंका अधिक
शारदानगर रेंज के रेंजर अभय मल्ल ने बताया कि पगचिन्हों से तेंदुआ लग रहा है। जो अक्सर छोटे जानवारों का ही शिकार करता है। इस घटना के बाद क्षेत्र में निगरानी बढ़ाई जाएगी, जिससे वन्य जीव का पता लग सके। फिलहाल ग्रामीणों से सतर्कता बरतने की अपील की है। गावं के लोग दिन में अकेले खेत खलिहान बिल्कुल नहीं जाएं। वहीं रात में न तो स्वयं अकेले घर से बाहर निकले और न ही बच्चों दिन और रात में निकलने दें। खेतों पर समूहों में ही जाएं। पगचिन्ह तेंदुआ के लग रहे हैं।