बाघ संरक्षण फाउंडेशन पीलीभीत टाइगर रिजर्व को देगा नई दिशा...वन मंत्री की अध्यक्षता में होगी बैठक, लिए जा सकते बड़े निर्णय

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Published By Deepak Shukla
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पीलीभीत, अमृत विचार। पीलीभीत बाघ संरक्षण फाउंडेशन पीलीभीत टाइगर रिजर्व को नई दिशा देगा। बाघ संरक्षण फाउंडेशन की शासी निकाय की पहली बैठक वन मंत्री की अध्यक्षता में गुरुवार को होने जा रही है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।
                     
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता वाली कैबिनेट ने वर्ष 2022 में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में बाघ संरक्षण फाउंडेशन के गठन को मंजूरी दी थी। जिसके बाद जनवरी 23 में पीलीभीत बाघ संरक्षण फाउंडेशन का गठन किया गया था। फाउंडेशन का उद्देश्य पीलीभीत टाइगर रिजर्व तथा निकटवर्ती क्षेत्र में पारिस्थितिकीय, आर्थिक, सामाजिक तथा सांस्कृतिक विकास को प्रोत्साहित करना, टाइगर रिजर्व एवं आसपास के प्राकृतिक वातावरण को सुरक्षित रखने में सहयोग प्रदान करना, ईको-पर्यटन, ईको-विकास, प्रशिक्षण, प्रबंधन तथा सलाह देने जैसे क्षेत्र में कार्यदायी संस्था का सहयोग प्रदान करने के लिए सहयोग करना है। 

पीलीभीत बाघ संरक्षण फाउंडेशन के प्रबंध के लिए प्रभारी मंत्री, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अध्यक्षता में एक शासी निकाय एवं फाउंडेशन के प्रतिदिन के प्रबंध को संचालित करने के लिए एक कार्यकारिणी समिति का गठन किया गया है। इधर पीलीभीत बाघ संरक्षण फाउंडेशन की पहली शासी निकाय बैठक गुरुवार को होने जा रही है। 

बाघ संरक्षण फाउंडेशन की कार्यकारिणी समिति के अध्यक्ष/मुख्य वन संरक्षक विजय सिंह ने बताया कि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन की अध्यक्षता में शासी निकाय की बैठक शहर के एक होटल में अपराह्न तीन बजे होगी। बैठक में वन मंत्री के अलावा अपर मुख्य सचिव वन, पीसीसीएफ के अलावा शासी निकाय के नामित सदस्य, वन्यजीव विशेषज्ञ एवं वन अफसर भाग लेंगे। शासी निकाय होने वाली पहली बैठक में पीलीभीत टाइगर रिजर्व से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकते हैं।

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