Hamirpur में केपीडीएम की लापरवाही से मेमू ट्रेन पलटने से बची; पटरी व प्लेटफार्म के बीच लगे थे लकड़ी के बड़े-बड़े गुटके, FIR दर्ज

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Published By Deepak Shukla
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हमीरपुर, अमृत विचार। रेलवे की दोहरीकरण का कार्य कर रही कार्यदायी संस्था केपीटीएल की लापरवाही से मेमू ट्रेन पलटने से बच गई। रेलवे प्लेटफार्म पर लगाए गए लकड़ी के गुटकों को देख लोको पायलट ने ट्रेन में इमरजेंसी ब्रेक लगाकर पहले ही रोक दी। जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। स्टेशन प्रंबधक ने इसकी सूचना आरपीएफ सहित उच्चाधिकारियों को दी है। अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच करने में जुट गए हैं। वहीं रेलवे के अवर अभियंता ने कार्यदायी संस्था के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कह रहे हैं। 

कानपुर से मानिकपुर जाने वाली मेमू ट्रेन सुबह करीब 8:30 बजे कस्बे के रेलवे स्टेशन में प्लेटफार्म नंबर तीन पर पहुंचने वाली थी, लेकिन दोहरीकरण का कार्य कर रही कंपनी केपीटीएल ने इस प्लेटफार्म में कार्य के लिए पटरियों व प्लेटफार्म की दीवार के बीच लकड़ी के गुटके लगा रखे थे, लेकिन कार्य करने के बाद इनको हटाया नहीं गया। इसमें कहीं कहीं स्टेशन में कार्य करने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की भी लापरवाही नजर आ रही है और मेमो ट्रेन को बिना प्लेटफार्म को देखे मेमू को इसमें ले लिया गया। लोको पायलट ने जब पटरियों पर लकड़ी के गुटको देखे तो सन्न रह गए और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को इन लकड़ी के गुटको के पहले रोक दिया।

पायलट ने वॉकी टॉकी के माध्यम से स्टेशन प्रबंधक को जानकारी दी। जिस पर स्टेशन कर्मी प्लेटफॉर्म तीन को दौड़ पड़े और पटरियों में लगाए गए टुकड़ों को आनन फानन में हटाया। लोको पायलट की सतर्कता के चलते ट्रेन ड्रिरेल होने से बच गई और एक बड़ा हादसा टल गया। स्टेशन प्रबंधक ने इस मामले की सूचना आरपीएफ सहित उच्चाधिकारियों की दी है। आरपीएफ व अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है। रेलवे के अवर अभियंता उपेंद्र कुमार ने बताया कि यह कार्यदायी संस्था के कर्मियों के बड़ी लापरवाही है। उन्होंने बताया कि कार्यदायी संस्था केपीटीएल के खिलाफ इस लापरवाही का मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है।

इंटेलिजेंस ने आतंकी साजिश को नकारा 

कस्बे के प्लेटफार्म संख्या तीन में कानपुर मानिकपुर मेमू ट्रेन के डिरेल होते-होते बचने की खबर पाकर मुख्यालय से इंटेलिजेंस की टीम रेलवे स्टेशन पहुंची और प्लेटफार्म तीन का चप्पा चप्पा खंगाल कर रेलवे कर्मियों से वार्ता करके स्पष्ट किया है कि यह आतंकी घटना नहीं है। यह रेलवे कर्मियों की लापरवाही का नतीजा है। जिन्होंने कार्य के दौरान लकड़ी के गुटकों को रेलवे ट्रैक पर छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेजी जा रही है।

कार्यदायी संस्था ने झाड़ा पल्ला रेलवे कर्मियों को बताया जिम्मेदार

कस्बे के प्लेटफार्म संख्या तीन में कानपुर से मानिकपुर जाते समय मेमू ट्रेन की लाइन में लकड़ी के गुटके रखे होने के मामले में कार्यवाही संस्था केपीटीएल ने पल्ला झाड़ते हुए कहा कि उनका कोई कार्य नहीं चल रहा था। उनका कार्य पूर्ण है और वह बीते 17 जुलाई को रेलवे को कार्य पूर्ण करके हैंडओवर कर चुके हैं। वहीं रेलवे के अवर अभियंता सहित अन्य जिम्मेदार अभी भी अपने बयान पर अडिग है और इस घटना के लिए कार्यदायी संस्था के लोगों को जिम्मेदार बताकर मुकदमा दर्ज करने की बात कह रहे हैं। वहीं प्रशासन ने मौका मुआयना करके किसी भी साजिश से साफ इनकार किया है।

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