पटाखों की आवाज और धुएं से बिगड़ सकती सेहत, विशेषज्ञों ने दी ये जरूरी सलह
लखनऊ, अमृत विचार: पटाखों की तेज आवाज और धुएं से सेहत बिगड़ सकती है। विशेषज्ञों ने गर्भवतियों और सांस व दिल के रोगियों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग (क्वीनमेरी) की डॉ. सुजाता देव ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान शरीर में कई प्रकार के बदलाव हो रहे होते हैं। इसमें आपको आहार, दिनचर्या आदि को लेकर विशेष सावधानियां बरतें। जरा सी चूक से गर्भस्थ की सेहत पर भी असर डाल सकती है। पटाखों के धुएं व तेज आवाज भी गर्भवती और शिशु की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। डॉ. सुजाता की सलाह गर्भवती पटाखों के प्रदूषण से बचें, खुद पटाखों को न जलाएं। न ही इसके धुएं के सीधे संपर्क में आएं। यह सांस की समस्याओं का कारण बन सकता है, जिसका असर बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है।
लोहिया संस्थान में कॉर्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. भुवन चन्द्र तिवारी ने बताया कि दिल के मरीजों के लिए पटाखे का धुंआ जहर से कम नहीं होता है। सांस के जरिए धुआं दिल तक पहुंचता है। इससे दिक्कत बढ़ सकती है। दिल को अधिक काम करना पड़ सकता है। इससे हार्ट अटैक भी आ सकता है। लिहाजा दिल के मरीज जहां पटाखे जलाए जा रहे हैं वहां से दूर रहें।
सांस के मरीज पहने मास्क
केजीएमयू रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग के अजय वर्मा ने बताया कि सांस के मरीज दिवाली में सर्तक रहें। पटाखों से निकलने वाला धुआं और रसायन अस्थमा और अन्य सांस के मरीजों को गंभीर बना सकता है। लिहाजा ऐसी जगहों से दूर रहें, जहां पटाखे जलाए जा रहे हें। ज्यादा धुंआ हो। कोशिश करें कि आप अपने परिवारजनों के साथ ही, घर के अंदर दीवाली मनाएं। जब प्रदूषण ज्यादा बढ़ा हुआ हो, तब भी घर के अंदर ही रहें, बाहर न निकलें। बाहर निकलने से पहले मास्क पहनें। अपने साथ हमेशा इमरजेंसी में इनहेलर व दूसरी दवा रखें।
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