बिजली की समस्या से जुझ रहे लखनऊ के लाखों लोग, बिना लोड समझे लगा दिए ट्रांसफार्मर, रोज फुंक रहे

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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अधिकारियों को नहीं है ट्रांसफार्मरों पर लोड की जानकारी

लखनऊ, अमृत विचार: बिजली खपत का आंकलन किये बिना ही अधिकारियों ने 100 से अधिक ट्रांसफार्मर को निर्बाध बिजली आपूर्ति के नाम पर बदल दिये। ओवरलोड होने के कारण आये दिन यही ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं और आपूर्ति प्रभावित हो रही। ट्रांसफार्मर ओवरलोड होने के कारण बिजली की ट्रिपिंग की समस्या भी हो रही है। ऐसे में उपभोक्ता पावर हाउस पर जाकर अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार सुचारू बिजली आपूर्ति के लिए क्षेत्र को कई हिस्सों मे बांटा गया है। फिर संबंधित क्षेत्र की मांग और खपत के अनुसार ट्रांसफार्मर लगाया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं को बिजली ट्रिपिंग और बिजली कटौती जैसी समस्याओं से राहत मिलेगी।

विभागीय अधिकारियों के अनुसार ओवरलोड ट्रांसफार्मरों के चलते शहर के कई इलाकों में बिजली कटौती और ट्रिपिंग थमने का नाम नहीं ले रही है। ट्रांसगोमती और सिस गोमती के कई इलाकों मे ट्रांसफार्मर के ओवरलोड होने से घंटो सप्लाई प्रभावित हो रही है। पिछले माह में राजधानी को कोई ऐसा उपकेंद्र नही है, जहां दिन में 8 से 10 घंटे बिजली कटौती न हुई हो। उपभोक्ता जब शिकायत लेकर उपकेंद्र पहुंचते हैं तो जल्द आपूर्ति का आश्वासन देकर वापस कर दिया जाता है।

इन क्षेत्रों में सबसे अधिक हो रही बिजली कटौती और ट्रिपिंग

ओवरलोड हो चुके ट्रांसफार्मर और उनमें तकनीकी खराबी के कारण चिनहट, सरोजनीनगर, नादरगंज, गोमतीनगर, चौक, चारबाग, पारा, बीकेटी, मोहनलालगंज, निगोहां, दुबग्गा सहित अन्य इलाकों में ट्रिपिंग के अलावा घंटों बिजली कटौती हो रही है। उपभोक्ताओं के शिकायत करने पर उपकेंद्र सहित अधिकारी फोन उठाने की जहमत तक नहीं उठाते।

बिजली कटौती से व्यापार हो रहा प्रभावित

राजधानी के व्यापारिक क्षेत्र कहे जाने वाले अमीनाबाद, ऐशबाग, यहियागंज, मुंशीपुलिया, गोमतीनगर, चारबाग, अलीगंज, ट्रांसपोर्ट नगर में लाखों रुपये का कारोबार रोज होता है। ट्रांसपोर्ट नगर में ज्यादातर गोदाम और ऑफिस बने है। जो हर महीनें लेसा को करोड़ों का बिजली बिल समय से चुका रहे है। इससे उन्हें समय पर बिजली आपूर्ति मिल सके। अधिकांश उपभोक्ता बिजली बिल भरने के बाद भी जनसेट लगवाये हुए हैं, जिससे उनका व्यापार प्रभावित न हो सके। घंटों बिजली बाधित होने से उन्हें सैकड़ों लीटर डीजल भी जनसेट के माध्यम से खर्च हो रहा है। मानसरोवर और नादरगंज से ट्रांसपोर्ट नगर में बिजली की सप्लाई होती है।

उपभोक्ताओं की ओर से बिजली की मांग अचानक बढ़ने से ट्रांसफार्मर ओवरलोड हो जाते हैं। इससे कई बार वह खराब होकर फुंक जाते हैं। इससे सप्लाई बाधित हो जाती है। बिजनेस प्लान के तहत ओवरलोड हो चुके ट्रांसफार्मरों को बदलने का काम तेजी से किया जा रहा है।
सुशील गर्ग, मुख्य अभियंता ट्रांसगोमती

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