Sambhal Violence : कमाल अख्तर-पिंकी यादव और अन्य सपा नेताओं को संभल जाने से रोका, पुलिस से हुई नोझोंक
मुरादाबाद,अमृत विचार। मुरादाबाद की सपा सांसद रुचि वीरा को उनके आवास पर नजरबंद करने के साथ कांठ के विधायक कमाल अख्तर, असमोली विधायक पिंकी यादव, जिलाध्यक्ष जयवीर यादव समेत 10 सपा नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। सभी नेता संभल जाने की कोशिश कर रहे थे। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा गठित 15 सदस्यीय टीम को नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय की अगुवाई में संभल हिंसा की जांच करनी थी। पुलिस ने सपा के दो विधायकों और जिलाध्यक्ष मुरादाबाद व संभल को मूंढापांडे टोल प्लाजा पर हिरासत में ले लिया दिया। काफी देर तक सपा नेताओं व पुलिस के बीच नोकझोंक हुई। इसके बाद पुलिस उन्हें मूंढापांडे थाने ले गई।
शनिवार की सुबह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश के निर्देश पर नेता प्रतिपक्ष विधानसभा माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में सांसद और विधायकों 15 सदस्यों के दल को संभल में हुई घटना की जांच करने संभल जाना था। पुलिस-प्रशासन इसकी भनक लगते ही सक्रिय हो गया। सुबह ही सिटी मजिस्ट्रेट किंशुक श्रीवास्तव, सीओ सिविल लाइंस अर्पित कपूर पुलिस बल के साथ सिविल लाइंस स्थित सांसद रुचि वीरा को उनके आवास पर घेर लिया। वह संभल जाने के लिए अपने आवास पर नेता प्रतिपक्ष विधानसभा माता प्रसाद पांडेय का इंतजार कर रहा थीं।
दोपहर 12 बजे तक उनके नहीं आने की खबर पर उनके आवास पर मौजूद पार्टी के अन्य पदाधिकारियों के साथ सांसद रुचि वीरा संभल की जाने लगीं। लेकिन वहां मौजूद पुलिस बल ने उन्हें आवास से नहीं निकलने दिया। जिस पर प्रशासनिक अधिकारियों और सांसद के बीच काफी देर तक नोकझोंक हुई। इस पर कार्यकर्ता सपा जिंदाबाद के नारे लगाने लगे।
उधर, लखनऊ से आ रहे माता प्रसाद पांडेय को बरेली से लेने गए कांठ विधायक कमाल अख्तर,असमोली विधायक पिंकी यादव, जिलाध्यक्ष मुरादाबाद जयवीर सिंह, संभल जिलाध्यक्ष असगर अली अंसारी को पुलिस ने मूंढापांडे टोल प्लाजा के पास हिरासत में ले लिया। वहां भी दोनों विधायकों और जिलाध्यक्षों की पुलिस से काफी देर तक बहस हुई। इसके बाद पुलिस सभी को हिरासत में लेकर मूंढापांडे थाने ले आई। वहीं, सपा के सभी विधायकों व पार्टी के पदाधिकारियों के घर पर सुबह से ही पुलिस का सख्त पहरा था। पूरे दिन पुलिस सपा नेताओं के घर बाहर तैनात रही।
संभल में मारे गए लोगों का जिम्मेदार पुलिस प्रशासन
सपा नेताओं ने कहा कि संभल हिंसा पुलिस की लापरवाही के चलते हुई है। संभल में मारे गए लोगों का जिम्मेदार पुलिस प्रशासन है। सपा नेताओं को संभल जाने से रोका जा रहा है, यह लोकतंत्र की हत्या है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश पर प्रतिनिधि मंडल को संभल जाने के निर्देश दिए गए थे। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे को डीजीपी ने तीन दिन बाद संभल जाने को कहा था। तीन दिन बाद संभल जाने की तैयारी शुरू की, फिर पुलिस ने पहरा बैठा दिया। आखिर पुलिस प्रशासन चाहता क्या है?
संभल जा रहे सपा सांसदों को पुलिस ने यूपी बार्डर पर रोका
रामपुर। संभल में हुए बवाल में शनिवार को पीड़ित के परिजनों से मिलने जा रहे तीन सांसदों को पुलिस ने यूपी बार्डर पर रोक लिया। इसके बाद सांसदों को दिल्ली के लिए वापस कर दिया। रविवार को संभल की जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हंगामा हो गया था। संभल में हुए बवाल में 5 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में शनिवार को दिल्ली से रामपुर के सांसद मोहिबल्लाहु नदवी, मुजफ्फरनगर के सांसद हरेंद्र मलिक और संभल के सांसद जिया उर रहमान बर्क को पुलिस ने यूपी बार्डर पर रोक लिया। तीनों सांसद संभल जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे नहीं बढ़ने दिया। इसके बाद तीनों सांसद दिल्ली लौट गए। रामपुर के सांसद मोहिबुल्लाह नदवी ने कहा कि सरकार इस तरह तानाशाही कर रही है जैसे पहले देश में अंग्रेज करते थे। लोकतंत्र को पूरी तरह कुचल दिया गया है।
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