अयोध्या: 100 कुंतल से अधिक धान बेचने वाले 2606 किसानों की खतौनी का नहीं हुआ सत्यापन
अयोध्या, अमृत विचार। जिले में स्थापित सरकारी धान क्रय केंद्रों पर एक नवंबर से क्रय केंद्र खोल दिए गए हैं। धान बेचने के लिए सरकारी क्रय केंद्रों पर 10069 किसानों ने आनलाइन पंजीकरण कराया है। जिसमें से 2606 किसानों की खतौनी का सत्यापन अभी नहीं हो सका है। इसमें 100 कुंतल से अधिक धान बेचने वाले किसान हैं। इनकी संख्या अभी और भी बढ़ सकती है। ऐसे में यह किसान बिचौलियों को धान बेचने के लिए मजबूर है। क्रय केंद्र प्रभारियों की लापरवाही से सत्यापन अटका पड़ा है।
सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों को धान बेचने के लिए आनलाइन पंजीकरण करना अनिवार्य होता है। बिना आनलाइन पंजीकरण किए किसानों के धान की खरीद सरकारी दर पर क्रय केंद्रों पर नहीं होती है। जिसको लेकर किसानों की तरफ से धान बेचने के लिए आनलाइन पंजीकरण किया जा रहा है। 100 कुंतल से कम धान बेचने वाले किसानों का केवल नाम का मिलान किया जाता है। खतौनी, पासबुक व आधार कार्ड तीनों में नाम सही होने के बाद किसान क्रय केंद्र पर धान बेच सकता है। जबकि 100 कुंतल से अधिक धान होने के बाद एडीएम व एसडीएम स्तर से खतौनी का सत्यापन किया जाता है। सत्यापन होने के बाद किसान सरकारी दर पर अपना धान बेच सकता है।
शनिवार तक जिले में 10069 किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीकरण कराया था। जिसमें से अभी तक 6909 किसानों के खतौनी का ही सत्यापन हो सका है। जबकि 2606 किसानों की खतौनी अभी लंबित है। जिसमें चारों तहसीलों को मिलाकर एडीएम स्तर से 114, एसडीएम स्तर से 2490 व तहसीलदार स्थत से दो किसानों की खतौनी का सत्यापन नहीं हो सका है। हालांकि अभी बहुत से किसानों का धान तैयार नहीं होने के चलते किसान केंद्रों पर कम जा रहे हैं, लेकिन सत्यापन नहीं होने की दशा में क्रय केंद्रों पर किसानों को अपनी ऊपज बेचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। रुदौली तहसील में सबसे अधिक 1703 किसानों के खतौनी का सत्यापन नहीं हो सका है। जिसके चलते किसान धान बेचने से वंचित हो सकते हैं। सोहावल तहसील में 723, मिल्कीपुर से 95 व सदर तहसील से 85 किसानों के खतौनी का सत्यापन नहीं हुआ है।
धान खरीद के लिए बनाए गए हैं 54 क्रय केंद्र
जिले में धान की खरीद के लिए कुल 54 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों पर एक लाख पांच हजार मीट्रिक टन धान खरीद का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। 2300 रूपये प्रति कुंतल सरकारी दर पर किसानों से धान की खरीद की जा रही है। सभी क्रय एजेंसियों का अलग-अलग लक्ष्य भी निर्धारित कर दिया गया है। इसके बाद भी अभी तक 35 हजार कुंतल धान खरीदा जा सका है।
सभी क्रय केंद्र प्रभारियों को किसानों को सुविधा प्रदान करने के लिए निर्देशित किया गया है। सत्यापन के लिए सभी तहसीलों के एसडीएम को पत्र लिखा गया है। सत्यापन तहसीलों का कार्य है विभाग इसमें कुछ नहीं कर सकता है-धनंजय सिंह, डिप्टी आरएमओ
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