रूस से 189 यूक्रेनी कैदियों की घर वापसी, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने मदद के लिए यूएई को दिया धन्यवाद 

Amrit Vichar Network
Published By Bhawna
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कीव। रूस और यूक्रेन ने युद्धबंदियों की अदला-बदली की है जिसमें सैकड़ों कैदियों को रिहा किया गया है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि कैदियों की अदला-बदली का यह समझौता संयुक्त अरब अमीरात की मदद से किया गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने कहा कि कैदियों की अदला-बदली में सैन्यकर्मी, सीमा रक्षक और राष्ट्रीय रक्षक तथा दो नागरिकों सहित कुल 189 यूक्रेनी कैदियों को रिहा किया गया है। उन्होंने अदला-बदली में मदद के लिए यूएई को धन्यवाद दिया।

रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस अदला-बदली के तहत 150 रूसी सैनिकों को कैद से मुक्त किया गया। प्रत्येक पक्ष ने 150 लोगों को रिहा किया, हालांकि संख्या में अंतर का कारण तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया। ज़ेलेंस्की ने एक बयान में कहा, हम सभी को रूसी कैद से मुक्त कराने के लिए काम कर रहे हैं। हम किसी को नहीं भूलते। उन्होंने बस में बैठे यूक्रेनी सैनिकों की तस्वीरें पोस्ट कीं, जिनमें से कुछ ने देश के नीले और पीले रंग के झंडे पकड़े हुए थे।

ज़ेलेंस्की ने कहा कि रूसी कैद से मुक्त हुए लोगों में ओडेसा के काला सागर बंदरगाह के पास स्नेक द्वीप के रक्षक शामिल थे, जिस पर रूस ने अपने आक्रमण के शुरुआती दिनों में कब्ज़ा कर लिया था। साथ ही इनमें वे सैनिक भी शामिल थे जिन्होंने मारियुपोल शहर की रक्षा की थी। मारियुपोल शहर पर लगभग तीन महीने की घेराबंदी के बाद युद्ध के आरंभ में मास्को की सेना ने कब्ज़ा कर लिया था। 

ज़ेलेंस्की ने कहा, रूसी कैद से हमारे लोगों की वापसी हम सभी के लिए हमेशा बहुत अच्छी खबर होती है। आज हमारी टीम 189 यूक्रेनी लोगों को घर वापस लाने में कामयाब रही। मॉस्को में, रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी सैनिकों को पहले रूस के पड़ोसी और सहयोगी बेलारूस के क्षेत्र में ले जाया गया, जहाँ उन्हें रूस जाने से पहले मनोवैज्ञानिक और चिकित्सा सहायता दी गयी। रूस और यूक्रेन ने लगभग तीन साल के युद्ध के दौरान दर्जनों बार इस प्रकार कैदियों का आदान-प्रदान किया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोमवार को ही घोषणा की कि उनका देश यूक्रेन को लगभग 2.5 अरब अमेरिकी डॉलर के अतिरिक्त हथियार भेजेगा। उन्होंने कहा कि उनका प्रशासन डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद का प्रभार ग्रहण करने से पहले कीव को रूस से लड़ने में मदद करने के लिए अपने पास उपलब्ध सारे धन को खर्च करने के लिए तेज़ी से काम कर रहा है।

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