Kanpur: अचानक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे जिलाधिकारी, तीन डॉक्टर मिले अनुपस्थित, कार्रवाई के दिए आदेश, बोले- काम नहीं तो वेतन नहीं
कानपुर, अमृत विचार। सोमवार सुबह कस्बा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शिवराजपुर में जिलाधिकारी कानपुर नगर ने औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी को कई खामियां मिली। उन्होंने प्रेजेंटी रजिस्टर सहित अन्य अभिलेख की जांच की। ओपीडी में एक ही डॉक्टर की मौजूदगी पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की। साथ ही कुछ डॉक्टर मौके पर मौजूद नहीं मिले। जिसके चलते उन्होंने काम नहीं तो वेतन नहीं के तर्ज पर जो डॉक्टर मौके पर मौजूद नहीं थे उनका वेतन रोकने के आदेश दिये। जिलाधिकारी ने इस दौरान वहां मौजूद मरीजो से हाल-चाल भी लिया।
सोमवार सुबह जिलाधिकारी कानपुर नगर जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीएचसी में औचक निरीक्षण किया। अचानक डीएम के पहुंचने पर सीएचसी परिसर में भगदड़ मच गई। कुछ तो सीएचसी परिसर के कर्मचारी डीएम के सामने से नजर बचाते रहे। इसी दौरान उन्होंने प्रेजेंटी रजिस्टर और अभिलेखों की भी जांच की जिसमें उन्होंने डॉक्टरों के साइन रजिस्टर पर मिले लेकिन वह मौके पर नहीं थे। जिस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की और उनका वेतन रोकने के आदेश दिये।
इसके बाद उन्होंने ओपीडी रूम और औषधि वितरण रूम का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने वहां मौजूद मरीजों से हाल-चाल लिया। साथ ही ओपीडी में एक ही डॉक्टर की मौजूदगी पर जमकर नाराजगी जाहिर की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। गरीब वर्ग और अन्य मरीजों को भी स्वास्थ्य का लाभ मिल सके इसके लिए सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। लेकिन सीएचसी परिसर में डॉक्टर के मौजूदगी ना होना बहुत ही निंदनीय है। इसके लिए सीएमओ से भी बात की जाएगी। साथ ही जो डॉक्टर मौके पर उपस्थित नहीं हुए हैं उनका वेतन भी रोका जाएगा।
