बदायूं: एडीजे ने किया जेल का निरीक्षण, बंदियों से जानी समस्याएं

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Published By Vikas Babu
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बदायूं, अमृत विचार : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देश पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव शिव कुमारी ने जिला जेल का निरीक्षण किया। ऐसे बंदी जो दंण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 436 क से अच्छादित हैं और अपनी आधी सजा से ज्यादा समय व्यतीत कर चुके हैं उससे संबंधित बंदियों की सूची देखी। उनकी रिहाई के संदर्भ में कार्रवाई उपलब्ध कराने को निर्देशित किया।

जिला कारागार बदायूं में पाकशाला एवं समस्त बैरिकों का निरीक्षण किया। स्वच्छता बनाए रखने को कहा। बंदियों की समस्याएं सुनी। उनकी विधिक सहायता के बारे में पूछताछ की। विधिक सहायता के लिए जागरूक किया। अधिवक्ता निशुल्क उपलब्ध कराने, जमानतदार उपलब्ध कराने, नियमित रूप से दवा उपलब्ध कराने के निर्देश के अलावा महिला कैदियों से भी एक-एक कर पूछताछ की। सरोजिनी नायडू वार्ड/महिला कक्ष में 46 महिला बंदी निरूद्ध हैं। महिला कैदियों के साथ रह रहे उनके छोटे 4 बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था कराने को कहा। 

जिला कारागार में स्थित चिकित्सालय का भी निरीक्षण किया गया। कहा कि 8 मार्च 2025 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत में मुकद्दमा दायर होने से पूर्व प्री-लिटिगेशन स्तर पर सुलह समझौते के आधार पर अपने वादों का निस्तारण करा सकते हैं। निरीक्षण के दौरान अधीक्षक राजेंद्र कुमार, कारापाल कुंवर रणजय सिंह, उपकारापाल मोहम्मद खालिद, उपकारापाल श्रीधर यादव, गणेश चन्द्र चतुर्वेदी, चिकित्साधिकारी, डॉ. हरीश कुमार सिंह, फार्मासिस्ट गोपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

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