Kanpur में गोविंदपुरी स्टेशन की बदल रही तस्वीर, दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल जैसा बन रहा, स्टेशन पर हो रहे कई सुधार...

कानपुर, अमृत विचार। लिफ्ट, एक्सेलेटर, कोच रेस्टोरेंट जैसी कई यात्री सुविधाओं से युक्त मल्टीस्टोरी बिल्डिंग यह तस्वीर दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल की तर्ज पर तैयार हो रहे गोविंदपुरी स्टेशन की है। गोविंदपुरी स्टेशन पर कोचों में पानी भरना (वाटरिंग सिस्टम) चालू होने से सेंट्रल स्टेशन के वैकल्पिक स्टेशन के रूप में मान्यता मिलने लगी हैं। महाकुंभ के दौरान स्टेशन पर ट्रेनों की संख्या बढ़ गई है। अधिकांश मेमू यहीं से संचालित हो रही हैं।
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत हो रहे कामों के पूरा होते ही सेंट्रल की तरह ही गोविंदपुरी स्टेशन पर भी कई रूट की ट्रेनें मिलेंगी। मौजूदा समय में करीब एक दर्जन स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं। जल्द साउथ सिटी के यात्रियों को सेंट्रल की भागदौड़ से राहत मिलती दिख रही है। सेंट्रल स्टेशन पर ही अब तक वाटरिंग सिस्टम की व्यवस्था थी। जहां प्रतिदिन विभिन्न रूटों की करीब 450 ट्रेनों को पानी मिलता था।
गोविंदपुरी स्टेशन को विकसित करने व पानी की व्यवस्था शुरू कराने के लिए प्लेटफार्म एक पर बोल्डर (गिट्टी) रहित ट्रैक का निर्माण कराया गया है। उसके बाद ट्रेनों में पानी भरना शुरू हो गया अब रेलवे ट्रैक का उपयोग ट्रेनों की धुलाई और पानी भरने को लेकर हो रहा है। गोविंदपुरी स्टेशन को टर्मिनल बनाने पर बड़ी संख्या में ट्रेनों का ठहराव प्रस्तावित है। वर्तमान में सेंट्रल से चलने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनों को ट्रायल के तौर पर गोविंदपुरी से गुजारा जा रहा है।
ये हुआ प्रमुख सुधार
गोविंदपुरी स्टेशन के विकास में सबसे बड़ा काम डायमंड क्रॉसिंगों को खत्म किया गया है। गोविंदपुरी से झांसी और दिल्ली रूट पर जाने के लिए अलग-अलग रेलवे लाइन हो गई। पहले इस क्रॉसिंग के कारण झांसी से गोविंदपुरी आने वाली ट्रेन भीमसेन के आगे रुकी रहती थी, जब तक दिल्ली से आने वाली ट्रेनों को रेड सिग्नल न मिले। इससे व्यस्त रूट दिल्ली पर ट्रेनें खड़ी हो जाती थीं। अब दोनों लाइनें स्वतंत्र है और सेंट्रल स्टेशन का लोड कम करने के लिए गोविंदपुरी को टर्मिनल बनाने की तैयारी तेज है। गोविंदपुरी स्टेशन के टर्मिनल बनने के बाद राजधानी समेत कई ट्रेनों को चलाया जाएगा। यात्री सुविधाएं पूरी होने के साथ रेलवे बोर्ड की अनुमति का इंतजार है।
इन पर हुआ काम
गोविंदपुरी स्टेशन पर कोच इंडिकेशन बोर्ड, इलेक्ट्रॉनिक डिस्पले, फ्रीजर, नई लूप लाइने और प्लेटफार्मों का सुधार हुआ है। वाटरिंग सिस्टम का कनेक्शन ओवरहेड टैंक से हुआ है। फूड प्लाजा, वीआईपी यात्री प्रतीक्षालय की मांग है।
सेंट्रल से हटेंगी बिना यात्री लोड वाली ट्रेनें
दिल्ली हावड़ा रूट पर 150 से ज्यादा ट्रेनें गोविंदपुरी, सेंट्रल से होकर जाती है। इनमें काफी ट्रेनें ऐसी हैं जिनका यात्री लोड सेंट्रल से नहीं के बराबर है। इन ट्रेनों को सेंट्रल न ले जाकर गोविंदपुरी टर्मिनल से ही गुजारे जाने का प्लान है।