नॉर्मल डिलीवरी के लिए गर्भवती सुनेंगी मनपंसद गाने: कानपुर के डफरिन अस्पताल में एमएलसीयू स्थापित, गर्भवतियों को तनाव मुक्त रखने में करेगी मदद
कानपुर, अमृत विचार। नॉर्मल डिलीवरी (सामान्य प्रसव) को बढ़ावा देने के लिए जिला महिला (डफरिन) अस्पताल में स्थापित मिडवाइफरी लेड केयर यूनिट (एमएलसीयू) में गर्भवती महिलाओं को तनाव मुक्त रखने के लिए मनपसंद गीत-संगीत सुनाया जाएगा। गर्भवती को भावनात्मक संबल देने के लिए साथ में पसंदीदा व्यक्ति भी मौजूद रहेगा। कक्ष की लाइटिंग व्यवस्था मानसिक शांति प्रदान करने वाली होगी।
डफरिन अस्पताल की ओपीडी के कमरा नंबर सात में कुछ माह पूर्व मिडवाइफरी लेड केयर यूनिट शुरू हुई है। यहां प्रतिदिन औसतन 20 से 25 गर्भवती महिलाएं पहुंचती हैं। इनको नॉर्मल डिलीवरी के लिए सहायक व्यायाम और योगासन सिखाए जाते हैं। लेकिन अभी तक यूनिट के पास अपना लेबर रूम नहीं था। इस कारण गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व में बने लेबर रूम में कराया जाता है।
अब एमएलसीयू में ही गर्भवतियों के समान्य प्रसव कराने की तैयारी हुई है। इसके लिए अस्पताल के प्रथम तल में एमआईसीयू का निर्माण किया जा रहा है, जो लगभग पूरा होने वाला है। इसमें दो बेड का लेबर रूम होगा। यहां गर्भवती को प्रसव के दर्द में राहत पहुंचाने के लिए म्यूजिक सिस्टम लगाकर मनपसंद गीत सुनाए जाएंगे। गर्भवती महिला का पसंदीदा व्यक्ति भी उसके पास रहेगा, ताकि भावनात्मक सहयोग मिलने से उसकी पीड़ा कम हो सके। लेबर रूम को किसी बड़े निजी अस्पताल जैसा लुक दिया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक अगले माह एमआईसीयू की शुरूआत कर दी जाएगी।
अंतर्राष्ट्रीय मिडवाइफ एजुकेटर केरेन ने दिया प्रशिक्षण
डफरिन अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक डॉ.रूचि जैन ने बताया कि मिडवाइफरी लेड केयर यूनिट में अभी चार स्टाफ नर्स हैं। इनको लंदन से आई अंतर्राष्ट्रीय मिडवाइफ एजुकेटर केरेन ने प्रशिक्षण दिया है। यूनिट में जल्दी ही 30 छात्राएं आनी हैं। गर्भवती को सामान्य प्रसव प्रक्रिया के लिए तैयार करने के लिए किन चीजों का सेवन करना है और किनसे परहेज करना है, जैसी जानकारी दी जाती है, ताकि जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ रहें।
बीमारी या हाईरिस्क प्रेग्नेंसी में नहीं मिलेगा लाभ
अस्पताल की प्रबंधक डॉ.दरख्शा परवीन ने बताया कि सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए मिडवाइफरी लेड केयर यूनिट शुरू की गई है। इसमें पंजीकृत गर्भवती को ही लाभ मिलेगा। डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, एनीमिया, हाईरिस्क प्रेग्नेंसी से ग्रस्त गर्भवती महिला को यूनिट का लाभ नहीं मिलेगा। ब्लड प्रेशर बढ़ने, बच्चा उल्टा या टेढ़ा होने, बच्चे के पेट में मल त्यागने, गर्भवती की हड्डी छोटी होने व दिल के मरीज आदि का प्रसव ऑपरेशन से ही कराया जाता है।
