कासगंज : मोहनपुरा मटर मंडी में घंटो जाम में फंसे रहते हैं वाहन, आए दिन होती है नोंकझोंक
पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद भी नहीं मिल रही जाम से निजात
कासगंज, अमृत विचार। मोहनपुरा मटर मंडी में इन दिनों हरी मटर की आवक का दबाव है। जिस बजह से बड़ी संख्या में वाहन मटर की फली लेकर मंडी पहुंच रहे हैं। सड़क के किनारे वाहनों के खड़े रहने से जाम की स्थिति पैदा हो रही है। शुक्रवार दोपहर से समय जाम के कारण एक ट्रैक्टर चालक व रोडवेज बस के ड्राइवर में नोंकझोंक हो गई। बाद में लोगों ने मामला शांत करा दिया।
शुक्रवार को दोपहर से देर सायं तक बार बार जाम लगने का सिलसिला बना रहा। पुलिसकर्मी भी जाम खुलाने की मशक्कत में जुटे नजर आए। वाहनों का दबाव अधिक होने के कारण यह स्थिति लगातार बनी हुई है। मोहनपुरा मटर मंडी का संचालन सड़क के किनारे खेतों में होता है। ऐसी स्थिति में सड़क किनारे ही वाहन खड़े रहते हैं। कासगंज-मथुरा मार्ग पर मटर मंडी संचालित होने से ट्रैफिक का भी दबाव अधिक रहता है। प्रतिदिन 3-4 घंटे तक मंडी पर जाम के हालात बनते हैं। जाम की समस्या से निजात के लिए अतिरिक्त पुलिस भी लगाई गई है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है। जिससे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।
यहां से जाती है देश भर में मटर
कस्बे के पास ही कासगंज-सिकंदराराऊ मार्ग पर स्थिति इस मटर मंडी में दूर-दूर के किसान और कारोबारी खरीद-फरोख्त को आते हैं। सीजन के समय में रोजाना डेढ़ हजार टन से भी अधिक मटर देश की राजधानी सहित अन्य महानगरों को भेजी जाती है।
मंडी से हजारों लोगों को मिलता है रोजगार
मोहनपुरा की मटर मंडी हूं, जिसे प्रदेशभर में अव्वल होने का दर्जा मिला हुआ है। मेरे माध्यम से न सिर्फ सैकड़ों-हजारों लोगों को रोजगार मिलता, सरकारी खजाने को भी भरने में मददगार साबित होती हूं। इसके बावजूद अब तक मेरे जख्मों पर किसी सियासतदान ने मरहम रखने को हाथ नहीं बढ़ाए। चुनाव आते हैं और बीत जाते हैं, कभी किसी नेता ने मेरा दर्द नहीं समझा।
मोहनपुरा पर जाम की समस्या पहले से काफी कम हुई है। अतिरिक्त पुलिस लगाई गई है। जब किसानों के वाहनों का दबाव ज्यादा बढ़ता है तभी यह समस्या उत्पन्न होती है। जाम न लगे इसके लिए पुलिस के प्रयास जारी हैं - लोकेश भाटी, इंस्पेक्टर।
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